राजधानी दिल्ली के उजवा गांव में एक परिवार के 5 भाइयों में घर के प्रवेश द्वार को लेकर हुए झगड़ा हो गया। इस झगड़े में नौ लोग घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले की सूचना के बाद पहुंची पुलिस के घायलों के बयान पर केस दर्ज कर जांच शुरू की दी है।
द्वारका पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार मीणा ने बताया कि उजवा गांव में धरम सिंह, कालीराम, रणधीर सिंह, मदन सिंह व सतीश पांच भाई का परिवार एक ही लेन में रह रहा है। धरम सिंह के दो भाई का निधन हो चुका है। इन सभी के घर पर जाने के लिए एक बड़ा प्रवेश द्वार है। धरम सिंह व उनके परिजन चाहते हैं कि यह प्रवेश द्वार जहां है उसी जगह पर रहे, लेकिन उनके बाकी भाइयों के परिजन चाहते हैं कि यहां से इस प्रवेश द्वार को हटाकर दूसरी जगह ले जाया जाए। इसको लेकर दोनों पक्षों में जमकर बहस होती थी।
मंगलवार को धरम सिंह के चारो भाई के परिजन प्रवेश द्वार को हटाने के लिए आए। इस दौरान धरम सिंह ने इसका विरोध किया और बातों ही बातों में दोनों पक्षों के बीच लाठी व पत्थर से मारपीट शुरू हो गई। धरम सिंह की ओर से इस मारपीट में छह लोग घायल हो गए, जिसमें दो महिलाएं शामिल हैं। वहीं दूसरे पक्ष के तीन लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस परिवार की ओर से इससे पहले कोई भी झगड़े की काल नहीं मिली थी। सभी घायलों का बयान दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।