ईरान ने मंगलवार को कहा कि उसके सुरक्षा बलों ने इजरायल के लिए काम करने वाले एजेंटों के एक नेटवर्क को गिरफ्तार किया है उसको पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। जिसका उपयोग इस्लामिक गणराज्य में पानी की कमी से हाल ही में अशांति के दौरान करने की योजना बनाई थी। ईरान अक्सर अपने प्रतिद्वंद्वियों जैसे इजराइल, संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब पर आरोप लगाता रहा है कि ये विरोध और हिंसा को भड़काकर देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा हैं।
ईरान की ओर से एजेंट गिरफ्तार किए जाने का ऐलान पानी की कमी पर लगभद दो सप्ताह के विरोध के बाद किया गया है। यह विरोध दक्षिण-पश्चिम ईरान में देखने को मिली है और अब यह राजनीतिक रूप ले ली है और अन्य क्षेत्रों में भी फैल गई है। अधिकारियों ने सशस्त्र असंतुष्टों पर सड़क पर विरोध प्रदर्शन के दौरान झड़प को भड़काने का आरोप लगाया है। मानवाधिकार समूहों का कहना है कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई हैं।
खुफिया मंत्रालय के एक अधिकारी ने राज्य मीडिया के अनुसार, इज़राइल की खुफिया एजेंसी का जिक्र करते हुए कहा मोसाद के गुर्गों का इरादा शहरी दंगों और हत्याओं में उपकरण का उपयोग करने का था। हालांकि, अधिकारी ने पूरा विवरण नहीं दिया। एक अधिकारी ने बिना अपना नाम बताए कहा कि जब्त किए गए हथियारों में पिस्तौल, हथगोले, असॉल्ट राइफलें और गोला-बारूद शामिल हैं। इनमें से कुछ का इस्तेमाल विरोध के दौरान संघर्ष को भड़काने के लिए किया जाता है। वहीं, ईरान के दावे पर इजराइली अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।