मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दो लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए हैं। ये उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और जबरन वसूली के लिए चल रही जांच का नतीजा है। परमबीर सिंह अब देश के किसी भी हवाई अड्डे से देश छोड़कर भी नहीं जा सकते हैं। बता दें कि डेवलपर श्याम सुंदर अग्रवाल से 20 करोड़ रुपये की जबरन वसूली करने के लिए परमबीर सिंह के खिलाफ मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी जिसके बाद एक लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।
दूसरा लुकआउट नोटिस एसीबी की शुरुआती जांच पर आधारित है, जब पुलिस निरीक्ष अनूप डांगे ने आरोप लगाया था कि परमबीर सिंह के कहने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया था। बताया गया था कि डांगे एक पब विवाद में शामिल कुछ लोगों का पक्ष लेने में नाकमयाब साबित हुए थे, इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
एसीबी ने परमबीर सिंह के दोस्त जीतू नवलानी के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी किया है, जिसे परमबीर डांगे द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से बाहर करना चाहता था। डांगे ने यह भी आरोप लगाया था कि परमबीर सिंह ने बाद में डांगे का निलंबन रद्द करने के लिए दो करोड़ रुपये की मांग की। पब विवाद मामले में नवलानी समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
एनसीपी के एक कैबिनेट मंत्री ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “मुंबई पुलिस और एसीबी ने परम बीर सिंह के खिलाफ दो अलग-अलग एलओसी जारी किए हैं।” एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह एक जांच एजेंसी द्वारा की जाने वाली एक नियमित प्रक्रिया है। अधिकारी ने कहा कि अगर उन्हें संदेह है कि एक आरोपी के फरार होने या देश छोड़ने की संभावना है, तो एलओसी जारी किया जाता है।
परमबीर सिंह इस साल मार्च में डीजी होमगार्ड के पद पर ट्रांसफर होने के बाद छुट्टी पर चले गए हैं। सिंह ने कहा है कि उनकी सर्जरी होनी है।