राज कुंद्रा पोर्न फिल्म केस: कानपुर के नर्वदा से भी मुंबई क्राइम ब्रांच ने की पूछताछ, जानें क्या पूछे सवालपोर्न फिल्में बनाने के आरोपित शिल्पा शेट्टी के पति कारोबारी राज कुंद्रा के साझीदार अरविंद श्रीवास्तव के पिता श्याम नगर निवासी नर्वदा प्रसाद श्रीवास्तव से भी मुंबई क्राइम ब्रांच के अफसरों ने पूछताछ की थी। उन्होंने बताया कि बेटे ने पांच लाख रुपए मेरे खाते में भेजे थे। क्राइम ब्रांच के पहुंचने तक मुझे नहीं पता था कि बेटा क्या करता है। मैं तो इतना जान रहा था कि वह सिंगापुर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। बेटे ने भी इतना बताया था कि वह किसी कंपनी के लिए काम करता है, जिसके बदले उसे पैसे मिलते हैं। ज्यादा तहकीकात की न तो गुंजाइश थी और न ही कभी सोचा था कि बेटा गलत लोगों के साथ काम कर रहा है।
श्यामनगर के डी ब्लॉक बालाजी सावित्री सदन अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर स्थित फ्लैट नंबर 62 में राज कुंद्रा के साझीदार अरविंद का घर है। यहां पर उसके पिता नर्वदा, मां प्रेमलता श्रीवास्तव रहती हैं। नर्वदा मूलरूप से वाराणसी के गिलट बाजार के रहने वाले हैं। वह ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में असिस्टेंट वर्क मैनेजर (एडब्ल्यूएम) पद तैनात थे और नागपुर से 2003 में रिटायर हुए। इसके बाद वाराणसी चले गए। वर्ष 2005 में उन्होंने कानपुर में प्लॉट या घर लेने का फैसला किया। इसके बाद से ही वह श्याम नगर में रह रहे हैं। कानपुर में इससे पहले उनका किसी से कोई संबंध नहीं था। बेटों की सलाह पर ही यहां रहने का फैसला लिया।
परिवार में दो बेटे और एक बेटी
नर्वदा के मुताबिक उनके के दो बेटे और एक बेटी हैं। अरविंद सबसे छोटा है। नागपुर से पहले वह जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में तैनात थे। अरविंद ने जबलपुर से ही 12वीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद उसने भिलाई से बीटेक किया। वर्ष 2001 में उसने बेंगलुरु में एचपी कम्पनी में ज्वाइन किया। सन 2004 में वह कम्पनी की तरफ से सिंगापुर शिफ्ट हो गया। 2001 में ही उसकी शादी बर्रा निवासी हर्षिता से हुई थी। बड़ा बेटा रजनीश भी बीटेक की पढ़ाई कर चुका है। वह जकार्ता की सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है और वहीं परिवार के साथ रहता है। बेटी की शादी हो चुकी है। वह अपने परिवार के साथ अमेरिका में रहती है।
बेटे को फंसाया जा रहा है
ज्यादा कुरेदने पर मां प्रेमलता रोने लगीं। नर्वदा ने हांफते हुए कहा कि वह हार्ट की पेशेंट हैं। उनसे ज्यादा न पूछा जो। उनका कहना था कि मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है। उसका राज कुंद्रा या उसकी कम्पनी से लेना-देना नहीं है। वह कम्पनी में नौकरी करता है। काम के बदले उसे पैसे मिलते हैं। यह सब कैसे हो गया। इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। नर्वदा ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद वर्ष 2005 में श्यामनगर स्थित सावित्री सदन अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर 62 खरीदा था। तब से वह यहीं रह रहे हैं। बेटों और बहुओं का आना जाना था लेकिन तीन साल से कोई नहीं आया। उन्होंने बताया कि अरविंद तीन साल पहले श्यान नगर स्थित घर आया था। तब वह एक सप्ताह यहां रुका था। उसके बाद से वह घर नहीं आया।
20 दिन पहले बेटे से बात हुई थी
उन्होंने बताया कि उन्हें हार्ट और शुगर की बीमारी है। करीब 20 दिन पहले तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद बेटे अरविंद का फोन हालचाल लेने के लिए आया था। उसके बाद से कोई बात नहीं हुई। उन्होंने बताया कि इसके पहले 15 अप्रैल को वह बीमार हो गए थे। जांच हुई तो उन्हें कोरोना था। एक सप्ताह बाद पत्नी प्रेमलता भी संक्रमित हो गई थी। तब अरविंद ने फोन पर बात की थी। नर्वदा के मुताबिक दस वर्ष पहले बड़ा बेटा रजनीश अपने साथ जकार्ता लेकर गया था। यहां करीब एक महीने रहे। इसके बाद छोटा बेटा अरविंद आ गया और मुझे व अपनी मां को लेकर सिंगापुर चला गया। सिंगापुर में अच्छा नहीं लगा तो ज्यादा दिन नहीं रहे। इसके बाद से न बेटे कभी ले गए और न ही उन्होंने जाने की इच्छा ही जताई। नर्वदा ने बताया कि अप्रैल में वह संक्रमण से ग्रसित हो गए थे। उस दौरान बेटे ने खाते में पांच लाख रुपए भेजे थे। इलाज में पैसे कम पड़ रहे थे। बाद में जब फोन पर बात हुई थी तो बेटे ने बताया था कि किसी और कम्पनी के लिए काम करने पर उसे यह रुपए मिले हैं। पिता का कहना था कि उसे काम करने के लिए पैसा मिला।