नोएडा सेक्टर-58 पुलिस ने ऑन डिमांड लग्जरी कार चोरी कर बेचने वाले गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने रेंज रोवर सहित 17 लग्जरी कारें, चार मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया है। आरोपी भूटान तक चोरी की गाड़ियां भेजते थे।
नोएडा जोन के एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने शनिवार को एक सूचना के आधार पर एनआईबी चौकी के सामने सेक्टर-62 से चोरी के वाहन बेचने वाले केतू गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान अमित, अजमेर सिंह यादव और संदीप के रूप में हुई है। तीनों हरियाणा के रहने वाले हैं। आरोपियों के पास से पुलिस ने उपकरण, दिल्ली पुलिस मार्का फाइल, आरटीओ से संबंधित दस्तावेज और चार आरसी बरामद की हैं। इन लोगों द्वारा नागालैंड के गिरोह के साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर से लग्जरी गाड़ियों को चुराकर भूटान तक बेचा जाता था।
पुलिस के अनुसार, वाहन चोर गिरोह के तीनों आरोपी राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। अमित एथलीट और गोला फेंक का खिलाड़ी रहा है। उसकी पत्नी भी राष्ट्रीय स्तर की एथलीट है। दूसरा आरोपी अजमेर यादव रेसलिंग का खिलाड़ी रहा है। संदीप भी एथलीट और गोला फेंक का राष्ट्रीय खिलाड़ी रहा है। इनके पास से एक डायरी भी बरामद हुई है जिसमें गाड़ियों की डिटेल दर्ज है, जिनका नंबर टैंपर्ड कर हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, गाजियाबाद और मेरठ में चलाया जा रहा है।
हरियाणा के भिवानी में गैराज : पकड़े गए आरोपी अजमेर सिंह का गैराज भिवानी हरियाणा में है। जहां पर चोरों से खरीदी गई कारों के इंजन नंबर और चेसिस नंबर बदलने का काम मोटे पैसे लेकर किया जाता था। आरोपी संदीप सिंह के संबंध इंश्योरेंस कंपनियों के कर्मचारियों से थे। वह कंपनियों के सर्वेयर के साथ मिलकर पूर्णता क्षतिग्रस्त गाड़ियों की जानकारी ले लेता था। इसके बाद गिरोह के सदस्य मांग पर उसी मॉडल की गाड़ी चोरी करवाने के लिए चोरों से संपर्क करते थे। इसके बाद आरोपी बीमा कंपनी से पूर्णत: क्षतिग्रस्त गाड़ियों (टोटल लॉस) को कम दामों में खरीदकर कटवाकर कबाड़ियों को बेच देते थे। मगर उस गाड़ी की आरसी अपने पास रख लेते थे। इसके बाद स्क्रैप गाड़ियों के इंजन नंबर, रजिस्टेशन नंबर और चैसिस नंबर को चोरी की गाड़ी में लगाकर बेच देते थे।
100 से ज्यादा लग्जरी गाड़ियों को बेच चुका है सरगना अमित
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि गिरोह के सरगना अमित के दिल्ली-एनसीआर के वाहन चोरों से संपर्क है। वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। उसने चंडीगढ़ और रोहतक में काफी संख्या में लग्जरी कार बरामद करवाई थीं और जेल गया था। वह नोएडा सेक्टर-20 थाना क्षेत्र से स्कार्पियो चोरी होने के मामले में भी जेल गया था। जेल से आने के बाद आरोपी अमित ने अपने साथियों संदीप सिंह व अजमेर सिंह यादव के साथ मिलकर फिर से चोरी की गाड़ियों का कारोबार शुरू कर दिया था।
आरोपी ने बना रखा है एक करोड़ का जिम
पुलिस के अनुसार, गिरोह के सरगना अमित का भिवानी में दो बीघा जमीन पर घरन बना हुआ है। सबसे नीचे के फ्लोर पर एक करोड़ रुपये की लागत से जिम बनाया हुआ है। वह रोजाना के खान-पान पर 20 से 25 हजार रुपये खर्च करता है।
आठ महीने से तलाश कर रही थी पुलिस
सेक्टर-58 पुलिस ने दिसंबर 2020 में मुरादाबाद के चर्चिच कुलदीप गिरोह का खुलासा किया था। गिरोह से लग्जरी कारें बरामद हुई थीं। इसी गिरोह के सदस्य मोहम्मद अली जैदी को कारों की खरीद-फरोख्त करते समय मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था। मोहम्मद अली जैदी का संबंध इन्हीं पकड़े गए आरोपियों से है। जब से जैदी गिरफ्तार हुआ था तभी से पुलिस इस गिरोह को पकड़ने के प्रयास में लगी थी।
नागालैंड, म्यांमार और भूटान में बेची जाती थीं गाड़ियां
चोरी की लग्जरी गाड़ियां को नागालैंड के दीमापुर के गिरोहों को बेच देते थे। पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि नागालैंड के गिरोहों द्वारा गाड़ियों को म्यांमार और भूटान में बेचा जाता था। एनसीआर या देश के अन्य क्षेत्रों से चुराई अधिकांश गाड़ियां नागालैंड के गिरोहों द्वारा खरीदी जाती थीं।