यूपी के आखिरी जिला सोनभद्र की सीमा से लगभग सात किमी दूर झारखण्ड प्रदेश के गढ़वा जिले के धुरकी क्षेत्र में शनिवार की रात में नक्सलियों ने जमकर कर उत्पात मचाया। सड़क निर्माण का कार्य करा रही निजी कम्पनी के घघरी गांव में स्थित कैप कार्यालय पर धावा बोलकर कई वाहनों को फूंक दिया। कुछ वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। रंगदारी (lebi) न देने पर यह उत्पात मचाया गया।
निजी कंपनी बिलासपुर से बीरबल होते हुए धुरकी तक सड़क निर्माण करा रही है। घघरी गांव के कंपनी के कार्यालय में रह रहे मुंशी विजय दुबे ने बताया कि शनिवार रात 12:00 बजे अचानक 20 से 30 की संख्या में हथियारबंद नकाबपोश नक्सली वीआरएस कंपनी के घघरी स्थित कैंप कार्यालय पर आ धमके। उस समय कैंप में कंपनी के कर्मी सो रहे थे। उसी बीच में एक ग्रेंडर ,रोलर और दो हाइवा में डीजल छिड़काव कर आग लगा दिया । जेसीबी मशीन के शीशा को तोड़ फोड़ दिया ।
नक्सली एक चालक को पकड़कर पीटते हुए उसे लेकर कैंप ऑफिस पहुंचे। नक्सलियों ने ऑफिस में सो रहे सभी कर्मियों को वहां से बाहर निकलकर एक जगह जमा किया और कैंप में रखे डीजल को वाहनों पर छिड़ककर आग लगा दी। नक्सलियों ने लगभग आधा घंटे तक उपद्रव किया। इसके बाद गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए जाने के क्रम में नक्सलियों ने दो से तीन राउंड फायरिंग भी किया। कहा कि अभी तो ट्रेलर है। अगर काम को शुरू किया तो पिक्चर शुरू होगा।
एक माह पूर्व इंजीनियर को किया था अगवा
यहां बताते चलें कि एक माह पूर्व गत 25 जून को नक्सलियों ने वीआरएस कंपनी के खुटिया स्थित कैंप ऑफिस से sait इंजीनियर नागेंद्र सिंह को दिनदहाड़े अगवा कर लिया था। अपने साथ लेकर जंगल के रास्ते निकल लिये थे। जिसे चार घंटे बाद मुक्त किया था।
नक्सलियों ने दो प्रतिशत लेवी के लिये कंपनी के इंजीनियर नागेंद्र सिंह का अगवा किया था। इसके पूर्व अपराधियों ने कई दफा मोबाईल पर लेवी के लिये धमकी दी थी।
जांच के बाद दोषी पर होगी कार्रवाई : एसडीपीओ
हथियार बंद नकाबपोश अपराधियों के द्वारा वाहनों को जलाये जाने की सूचना पर एसडीपीओ प्रमोद केसरी ने घटनास्थल का जायजा लिया गया है। अपने दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुचकर जायजा लिया। उन्होंने कहा, पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।