कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर पेगासस स्पाईवेयर को विपक्षी नेताओं के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि उनके सारे फोन भी टैप किए जा रहे थे। यही नहीं राहुल गांधी ने कहा कि मेरे सुरक्षाकर्मियों से कहा गया था कि मैं जो कुछ भी कहता हूं, वे उसकी रिपोर्ट सौंपें। राहुल गांधी ने पेगासस फोन हैकिंग की जांच कोर्ट की निगरानी में कराए जाने की भी मांग की है, जिसे सरकार ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस नेता ने संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं संभावित टारगेट नहीं हूं। मेरा फोन टैप किया गया था।’ राहुल गांधी ने अपना मोबाइल दिखाते हुए कहा कि सिर्फ यही फोन नहीं बल्कि सभी फोन्स को टैप किया गया था।
राहुल गांधी ने दावा किया कि उनके सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि मेरी बातचीत पर निगरानी रखी जा रही है। राहुल गांधी ने कहा, ‘मुझे इंटेलिजेंस ब्यूरो के लोगों के फोन कॉल आए, जो मेरे फोन को टैप कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मेरा फोन टैप किया जा रहा है।’ राहुल गांधी ने कहा कि मेरे दोस्तों के पास भी ऐसे कॉल आए थे कि फोन टैप किए जा रहे हैं, लेकिन मुझे इस बात पर यकीन ही नहीं था कि मेरा फोन टैप किया जा रहा है। एक तरफ राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर टैपिंग को लेकर यह सनसनीखेज आरोप लगाया है तो वहीं कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी सांसदों ने सदन के अंदर हल्लाबोल किया। इस हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही 26 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है।
ममता ने भी किया था हमला, कहा- मैंने प्लास्टर कर लिया है फोन
राहुल गांधी ने सरकार पर बरसते हुए कहा कि मेरा डरा हुआ नहीं हूं। इस देश में यदि आप चोर या भ्रष्ट हैं, तभी आप डरेंगे। यदि आप इनमें से कुछ भी नहीं हैं तो फिर डरने की कोई जरूरत नहीं है। बता दें कि राहुल गांधी से पहले ममता बनर्जी ने भी फोन हैकिंग के मामले पर सरकार पर तीखा हमला बोला था। यही नहीं उन्होंने अपना फोन दिखाते हुए कहा था कि मैंने इसमें इसलिए टेप लगा दिया है ताकि कैमरे को ढका जा सके। कैमरे जरिए रिकॉर्डिंग की जा सकती है। ममता बनर्जी ने कहा था कि मैंने अपने फोन को प्लास्टर कर लिया है। अब हमें इस केंद्र सरकार को भी प्लास्टर करना है, जिसने देश को एक सर्विलांस स्टेट में तब्दील कर दिया है।