गुरुग्राम के गांव चकरपुर में बर्ड फ्लू (एवियन इंफ्लूएंजा) संक्रमण का पहला मामला आने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग तथा पशु पालन विभाग सतर्क हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग और पशु पालन विभाग ने एहतियात के तौर पर बुधवार से सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे गांव चकरपुर के आसपास के 10 किलोमीटर के दायरे में कराया जा रहा है। इस दौरान लोगों से बर्ड फ्लू के लक्षणों के बारे में पूछताछ कर डेटा एकत्रित किया जा रहा है। हालांकि अभ तक सर्वे के दौरान कोई भी संदिग्ध टीमों को नहीं मिला है।
28 टीमें कर रही सर्वे : पशु पालन विभाग की उप निदेशक डॉ. पुनीता गहलावत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर गांव चकरपुर तथा आसपास के गांवों में सर्वे शुरू कर दिया है, जो घर-घर जाकर लोगों से बर्ड फ्लू के लक्षणों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं। इसके अलावा पशु पालन विभाग द्वारा जिले के पोल्ट्री फार्मों को भी लगातार जांच कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में लगभग 20 पोल्ट्री फार्म हैं, इनमें चेकिंग के लिए टीमें बनाई गई हैं। गांव चकरपुर व आसपास के 10 किलोमीटर के दायरे में सर्वे के लिए 17 टीमें अलग से काम कर रही हैं। इसके अलावा जिले के सभी पोल्ट्री फार्मों की जांच के लिए 28 टीमें गठित गई हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा के गुरुग्राम में एच-5 एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) से 11 वर्षीय एक बच्चे की मौत की जांच के लिए गुरुवार को एक केन्द्रीय टीम वहां पहुंच गई है और इस मामले की महामारी संबंधी जांच की जा रही है। पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी मंत्रालय के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि मीडिया में आई खबरों के बाद मंत्रालय ने मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी महामारी संबंधी जांच के लिए तुरंत चार सदस्यीय एक समिति गठित की। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) से इस मामले की विस्तृत जांच करने का अनुरोध किया गया है। मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि एनसीडीसी से मंजूरी प्राप्त होने के तुरंत बाद टीम गुरुग्राम रवाना हो गई है।