बिहार के नए इलाकों में आर्केस्ट्रा की आड़ में नाबालिगों से देहव्यापार के मामले में राज्य सरकार सख्त है। मुख्य सचिव स्तर से सभी जिलों के डीएम और एसपी को एसओपी भेजा गया है।
इसके तहत जिलों में कमेटी गठित कर आर्केस्ट्रा के नाम पर लड़कियों की मानव तस्करी करने वाले दलालों की पहचान कर कार्रवाई करने को कहा गया है। संवेदनशील जिलों में डीएम स्तर से कमेटी गठित की गई है। लॉकडाउन के बाद मजबूरी का फायदा उठाकर नाबालिग लड़कियों को आर्केस्ट्रा में शामिल किया जा रहा है। समाज कल्याण निदेशक राजकुमार ने बताया कि सभी डीएम को पत्र लिखने के साथ-साथ सभी संस्थाओं को ऐसी घटनाओं पर अलर्ट रहकर स्थानीय पुलिस को सूचना देने को कहा गया है। बता दें कि आर्केस्ट्रा की आड़ में देहव्यापार को लेकर 3 जुलाई को ही समाजसेवी शाहीना परवीन ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा था।
पहले हाई प्रोफाइल जिन्दगी से रूबरू कराती थी
बिक्रमगंज थाने के धनगाई से भागकर पटना आयी किशोरी ने बाल कल्याण समिति के सामने कई खुलासे किये हैं। किशोरी ने बताया कि कैसे रेखा देवी लड़कियों को बहलाती थी और पहले दीदी, फुआ बनकर रिश्तेदार बनाती थी। इसके बाद कई दिनों तक मुम्बई और दिल्ली जैसी जगहों के हाई प्रोफाइल जिन्दगी से रूबरू कराती थी। गांव से सीधे महानगरी की जिन्दगी की आदत बनते ही डांस बार में सप्लाई कर दी जाती थी।
फिर भी रोहतास, सहरसा, किशनगंज और बेतिया जैसी जगहों पर ले जाकर देहव्यापार की दलदल में ढकेल देती थी। ग्राहक से संबंध नहीं बनाने पर बाउंसर से मारपीट कराया जाता था। यही नहीं नशे की दवा खिलाकर देहव्यापार के लिए मजबूर किया जाता था। लड़कियों के गर्भवती होते ही दवाईयां खिला दी जाती थी।