देश के नामी मीडिया संस्थान दैनिक भास्कर ग्रुप के दफ्तरों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की है। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी टैक्स चोरी के मामले की जांच के लिए की जा रही है। इसके तहत आईटी विभाग की टीम ने दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में स्थित दैनिक भास्कर समूह के ठिकानों पर छापेमारी की है। आयकर विभाग की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि किस मामले में यह छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा यह भी नहीं बताया गया है कि किन दफ्तरों और परिसरों पर रेड डाली गई है।
दैनिक भास्कर ग्रुप देश में कुल 5 समाचार पत्रों का प्रकाशन करता है। हिंदी, मराठी और गुजराती भाषा में उसके 65 संस्करण देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रकाशित होते हैं। दैनिक भास्कर समाचार पत्र समूह ने इस साल अप्रैल और मई में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़े पैमाने पर कवरेज की थी। यही नहीं अखबार की ओर से ऐसी भी कई रिपोर्ट्स प्रकाशित की गई थीं, जिनमें कोरोना सरकारी आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए असल में मौतों की संख्या ज्यादा बताई गई थी।
दिग्विजय सिंह का ट्वीट, पत्रकारिता पर मोदीशाह का प्रहार
दैनिक भास्कर ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने इसे लेकर ट्वीट किया है और मोदी शाह की ओर से इसे पत्रकारिता पर प्रहार करार दिया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘पत्रकारिता पर मोदीशाह का प्रहार! मोदी शाह का एक मात्र हथियार IT, ED और CBI!मुझे विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं।’ इसके आगे दिग्विजय सिंह ने लिखा, ‘दैनिक भास्कर के विभिन्न ठिकानों पर इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की छापामार कार्रवाई शुरू। आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद है इनकम टैक्स की टीम।’
जयराम रमेश बोले, कोरोना पर रिपोर्टिंग की चुकानी पड़ी है कीमत
दैनिक भास्कर ग्रुप पर छापेमारी को लेकर कांग्रेस के एक और नेता जयराम रमेश ने भी ट्वीट किया है। रमेश ने ट्वीट किया, ‘दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्टिंग के जरिए मोदी सरकार की ओर से कोरोना के कुप्रबंधन का खुलासा किया था। अब उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। यह अघोषित आपातकाल है, जैसा अरुण शौरी कहते हैं कि यह मोडीफाइड इमरजेंसी है।’