विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों ने चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच लखनऊ कैंट सीट पर हलचल तेज है। कोरोना वैक्सीन पर अखिलेश यादव के इतर बयान देनी वाली मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव एक बार सुर्खियों में हैं। लखनऊ के कैंट क्षेत्र में कमांड हॉस्पिटल के पास लगी अपर्णा यादव की होर्डिंग में अखिलेश की फोटो लगी है। इससे कयास लगाए जाने लगे हैं कि अपर्णा अगला विधानसभा चुनाव अखिलेश के काम और नाम पर ही लड़ेंगी। अपर्णा ने कैंट सीट के लिए व्हाट्सग्रुप भी बनाया है।
दरअसल, त्योहारों और विशेष मौके पर अपर्णा यादव की होर्डिंग लगी पर अखिलेश यादव की फोटो नहीं दिखी। वहीं अपर्णा ने दत्तात्रेय होसबले के साथ और राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख 11 हजार रुपये की समर्पण राशि की फोटो साझा कर चुकी हैं। यहीं अपर्णा सीएम योगी से मुलाकात कर चुकी हैं और समय-समय पर पीएम मोदी व सीएम योगी की प्रशंसा करती रहती हैं। योगी सरकार ने अपर्णा को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। हालांकि इन सब के बीच अपर्णा कैँट में सक्रिय हैं।
उपचुनाव में कट गया था टिकट
अपर्णा यादव ने कैंट विधानसभा क्षेत्र से 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह हार गईं थीं। इसके बाद उपचुनाव में सपा ने अपर्णा यादव की जगह मेजर आशीष चतुर्वेदी को टिकट दिया था।
इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में मास्टर की डिग्री
मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव और अपर्णा ने सालों के प्रेम संबंध के बाद 2011 में शादी की थी। 2011 में हुई ये शादी शहर की चर्चित शादियों में से एक थी। अपर्णा-प्रतीक की इस शादी में अनिल अंबानी, अमिताभ बच्चन सरीखे सेलिब्रेटीज शामिल हुए थे। अर्पणा बिष्ट यादव ने ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की है।