पेगासस जासूसी का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। सरकार भले ही इसे बेबुनियाद बता चुकी हो लेकिन विपक्ष हाबी होता जा रहा है। अब पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी की ओर से किए गए एक दावे को पेगासस जासूसी से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, एक वीडियो जिसमें पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उनके पास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के ऑफिस से किए गए सभी फोन कॉलों का रिकॉर्ड है। अधिकारी के इस दावे को अब पेगासस से जोड़कर देखा जाने लगा है।
वीडियो में अधिकारी को बीजेपी की एक जनसभा को संबोधित करते हुए देखा जा सकता है, इसके एक दिन बाद विपक्षी दलों ने संसद में भाजपा पर निशाना साधते हुए केंद्र पर विपक्षी नेताओं का इजरायली मैलवेयर का उपयोग करके पत्रकार, नेता और कई अधिकारियों की जासूसी करने का आरोप लगाया है। टीएमसी ने भी आरोप लगाया है कि अभिषेक बनर्जी उन लोगों में शामिल हैं जिनका फोन टैप किया गया।
बंगाल के किसी जिले में शूट किया गया है वीडियो
35 सेकंड के वीडियो क्लिप में, अधिकारी को मुख्यमंत्री को ‘चाची’ और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी को ‘भतीजा’ कहते हुए सुना जा सकता है। वीडियो जाहिर तौर पर हाल ही में बंगाल के किसी जिले में शूट किया गया था। अधिकारी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘आईओ (जांच अधिकारी), प्रभारी निरीक्षक और पुलिस अधीक्षक की भूमिका की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा की जाएगी। तब तुम समझोगे कि तुम्हें कोई आंटी नहीं बचा सकती। भतीजे के कार्यालय से आपको फोन किया जाता है। मेरे पास सभी फोन नंबर और कॉल रिकॉर्ड हैं। यदि आपके पास राज्य सरकार है, तो हमारे पास केंद्र सरकार है।
वीडियो की पुष्टि नहीं हुई
हिन्दुस्तान टाइम्स स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता का पता नहीं लगा सका या उस पुलिस अधिकारियों की पहचान नहीं कर सका। बंगाल में स्थानीय मीडिया के एक वर्ग ने बताया है कि अधिकारी ने सोमवार को दोपहर पूर्वी मिदनापुर जिले में एक जनसभा में यह बयान दिया और वह स्थानीय पुलिस अधिकारियों का जिक्र कर रहे थे।
अधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग
शुभेंदु के बयान पर टीएमसी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वीडियो बीजेपी की ओर से पेगासस के अवैध उपयोग की पुष्टि करता है। टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि अधिकारी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और हिरासत में पूछताछ की जानी चाहिए। उन्होंने साबित कर दिया है कि अभिषेक बनर्जी समेत कई लोगों की जासूसी करने के लिए पेगासस का इस्तेमाल किया जाता था। यह एक जघन्य अपराध है। केंद्र अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहा है।