नोएडा में सबसे बड़ी चोरी के मास्टरमाइंड गोपाल को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस ने न्यायालय में अर्जी दाखिल कर दी है जिस पर 22 जुलाई को दिल्ली की अदालत में सुनवाई होनी है। उम्मीद है कि उसी दिन गोपाल का रिमांड स्वीकृत हो जाएगा और पुलिस उससे पूछताछ करेगी। इस पूछताछ के दौरान सबसे बड़ी चोरी के अनेक राज खुलेंगे।
ग्रेटर नोएडा के सिल्वर सिटी-2 सोसाइटी के फ्लैट नंबर-301 से अगस्त में चोरों ने 36 किलो सोना और छह करोड़ से अधिक की नकदी चोरी की थी। इस चोरी की साजिश गोपाल ने तैयार की थी। उसे फ्लैट में रखे माल की सूचना किशलय पांडे के कार चालक ने दी थी। इस चोरी का खुलासा 11 जून को पुलिस ने छह आरोपियों को पकड़कर किया था। चोरी के मामले में पुलिस अभी तक करीब 17 किलो सोने और 57 लाख रुपये की नकदी समेत करीब दस करोड़ कीमत के माल को बरामद कर चुकी है।
इस मामले में फरार मास्टर माइंड गोपाल की तलाश में नोएडा पुलिस की 10 से अधिक टीमें लगी थीं। दिल्ली पुलिस ने 10 जुलाई को उसे तमंचे के साथ गिरफ्तार किया था। नोएडा पुलिस को उसकी गिरफ्तारी का पता 12 जुलाई को तब लगा था, जब वह जेल पहुंच गया था। गोपाल को अब पुलिस रिमांड पर लेगी।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि सेक्टर-20 थाना पुलिस ने दिल्ली कोर्ट में गोपाल को रिमांड पर लेने के लिए अर्जी लगा दी है। 22 जुलाई को उस पर कोर्ट में सुनवाई होनी है। उम्मीद है कि उसी दिन गोपाल का रिमांड स्वीकृत हो जाएगा और गोपाल को रिमांड पर लाकर पूछताछ की जाएगी।
अनसुलझे सवालों के जवाब तलाशेगी पुलिस
पुलिस गोपाल को रिमांड पर लाकर अनेक अनसुलझे सवालों के जवाब तलाशने का प्रयास करेगी। गोपाल से पूछा जाएगा कि फ्लैट से चुराया गया माल कितना था और किसका था। उसका असली मालिक कौन है तथा चोरी की घटना को कैसे अंजाम दिया गया। करोड़ों के धन की सूचना देने वाले कार चालक के हिस्से में कितना माल आया था। फ्लैट में रखे करोड़ों के काले धन को चुरान के लिए किसने फ्लैट की चाबी मुहैया कराई, सोसाइटी में आने-जाने की किसी को भनक क्यों नहीं लगी। इस सबसे बड़ी चोरी में और कौन-कौन शामिल है। आरोपियों को कहां से संरक्षण मिल रहा है। चोरी का पता चलने के बाद धन के असली मालिक ने उन्हें पकड़ने के लिए कोई प्रयास किया या नहीं। इस चोरी में उसे कितना माल मिला था और अब यह माल उसने कहां पर छिपाकर रखा है।
दावा : किशलय और उसके पिता के बारे में सबूत मिले
एडीसीपी रणविजय सिंह ने दावा किया है कि इस मामले में किशलय पांडेय और उसके पिता राममूर्ति पांडेय को पुलिस ने आरोपी बना लिया है। उनके संबंध में पर्याप्त सबूत अब पुलिस को मिल चुके हैं। इस मामले में पकड़े गए आरोपियों के बयान से भी यह पुष्टि हुई है कि चुराया गया करोड़ों का सोना और नकदी उन्हीं की थी। आरोपी सन्नी से मिले दस्तावेजों से भी इस बात की जानकारी मिली है।
छह में से पांच आरोपियों को मिल चुकी है जमानत
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पहले सिर्फ आईपीसी की धारा-414 के तहत केस दर्ज किया था। इसके चलते बिंटू शर्मा ना के आरोपी की जमानत मंजूर भी हो गई थी। इस प्रकरण में गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों में पांच जमानत पर बाहर आ चुके हैं।