ATM के सेंसर हैक कर रुपए निकालने वाली गैंग के एक बदमाश को जयपुर पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि यह गैंग राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब व मध्य प्रदेश में ATM से लगभग 500 वारदातें कर लाखों रुपए निकाल चुके हैं। पुलिस ने जयपुर के विद्याधर नगर में हुई एटीएम लूट के मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है। गैंग में शामिल तीन-चार बदमाश बड़े शहरों में लग्जरी कार से पहुंचते हैं। वहां सरकारी बैंकों के उन ATM को निशाना बनाकर रुपए निकालते हैं, जिनमें ज्यादा रकम की उम्मीद होती है। ये लोग अपने पास कई जोड़ी कपड़े व जूते-चप्पल रखते हैं। ताकि अलग-अलग एटीएम में कपड़े बदलकर जा सकें। इससे पहचान करना मुश्किल हो जाता है। यह गैंग सरकारी बैंकों के ATM को इसलिए निशाना बनाता है, क्योंकि ज्यादातर में सिक्योरिटी गार्ड नहीं होते।
जयपुर के 4 थानों में दर्ज हैं मुकदमे
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी (क्राइम) दिगंत आनंद ने सोमवार को बताया कि गिरफ्तार तारीफ हुसैन (30) हरियाणा में मेवात जिले के नूंह इलाके में चन्देनी गांव का रहने वाला है। तारीफ से पूछताछ में बताया कि उसने गैंग के सदस्य मोहम्मद आसिफ, ऐजाज खान उर्फ मुन्ना, मोसिम खान के साथ मिलकर जयपुर व अन्य शहरों में 500 से ज्यादा ATM से रुपए निकाले हैं। इस गैंग के खिलाफ जयपुर में लालकोठी, भांकरोटा, सिंधीकैंप व विद्याधर नगर थाने में भी मुकदमा दर्ज है। एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी के मुताबिक, वारदात के समय अपनी गाड़ी को घटनास्थल से दूर खड़ी कर गैंग के तीन-चार व्यक्ति ग्रुप बनाकर ATM मशीन के पास आते हैं। इनमें एक या दो बदमाश गार्ड बनकर बाहर खड़े हो जाते हैं। ये ATM के आसपास पब्लिक डीलिंग का काम करने का नाटक करते हैं। वहीं, गैंग के एक-दो बदमाश ATM के केबिन में प्रवेश करते हैं। सीसीटीवी लगे होने के कारण गर्दन नीचे ही रखते हैं। साथ ही, टोपी पहन लेते हैं। इससे उनका चेहरा नहीं पहचान में आता।
रुपए निकलते वक्त शटर में कारस्तानी
ये बदमाश मशीन में ATM कार्ड स्वाइप कर पिन डालते हैं। जितने रुपयों की जरूरत हो, टाइप करते है। जब काउंटिंग के बाद मशीन से रुपए निकालने के लिए शटर खुलता है, तभी बदमाश उस शटर को पकड़ लेते हैं। सेंसर व शटर का कनेक्शन फेल हो जाता है। मशीन सही ढंग से काम करना बंद कर देती है। इससे ATM से रुपए तो बाहर निकल जाते हैं, लेकिन मशीन हैक होने की वजह से पैसे वापस बैंक खाते में जमा हो जाते हैं।विद्याधर नगर थाना प्रभारी वीरेंद्र कुरील, सीएसटी टीम के प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर रविन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। कांस्टेबल महीपाल सिंह, होशियार सिंह, कांस्टेबल राजवीर, राजेश की टीम 13 जुलाई को मेवात भेजी गई। शातिर को हरियाणा में स्पेशल टीम (सीआईए) की मदद से पकड़ा गया। उसे जयपुर ले आए। तारीफ के खिलाफ चूरू के सदर थाने में भी केस दर्ज है। वारदात के समय गैंग के सदस्यों के पास हथियार भी होता है।