कानपुर-प्रयागराज हाइवे पर खागा कोतवाली के आधारपुर के पास शनिवार सुबह तेज रफ्तार कार कंटेनर के पीछे घुस गई। हादसे में कानपुर में रेलवे इंजीनियर अमर सिंह और उनकी दो बेटियों समेत चार लोगों की मौत हो गई। इंजीनियर की पत्नी व डेढ़ साल का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए। सीएचसी में भर्ती दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
बिंदकी कोतवाली के झावनखेड़ा मजरे सेलावन के मूल निवासी अमर सिंह रेवले में इंजीनियर थे और उनकी तैनाती कानपुर में थी। वह कानपुर में चुंगी, चकेरी के पास परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी नीलम वर्मा प्रतापगढ़ में शिक्षिका हैं। बताते हैं कि अमर सिंह, अपनी दो बेटियों तनन्या, तन्नो, पत्नी नीलम, डेढ़ के साल बेटे और पिता रामकिशोर के साथ प्रतापगढ़ गए थे। शनिवार सुबह कार से परिवार कानपुर के लिए लौट रहा था। बताते हैं कि कार इंजीनियर की पत्नी ड्राइव कर रही थी। जैसे ही यह लोग खागा कोतवाली के आधारपुर मोड़ के पास पहुंचे, तभी तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सामने जा रहे कंटेनर में पीछे से घुस गई।
हादसा होते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। तब तक अमर सिंह, उसकी बेटी तनन्या, तन्नों की मौके पर ही मौत गई। नीलम वर्मा और इंजीनियर के पिता रामकिशोर को सीएचसी पहुंचाया गया, जहां से रामकिशोर को नाजुक हालत में रेफर कर दिया। जिला अस्पताल ले जाते समय उनकी भी मौत हो गई। शिक्षिका नीलम वर्मा का सीएचसी में इलाज किया जा रहा है। मासूम को हल्की चोटें आई हैं। सीओ खागा गया प्रसाद मिश्रा के अनुसार जांच में पता चला है कि तेज रफ्तार कार के कंटेनर में पीछे घुसने से हादसा हुआ। कार को महिला ड्राइव कर रही थी।