कांवड़ यात्रा पर रोक के बावजूद यदि कांवड़िए हरिद्वार में प्रवेश करने में सफल हुए तो उन्हें पकड़ कर क्वारंटीन किया जाएगा। इस बीच पुलिस ने हरिद्वार सहित आसपास के बाजारों में कांवड़ संबंधित सामान बेचने पर भी रोक लगा दी है। सरकार की तरफ से कांवड़ यात्रा पर रोक के बाद पुलिस तैयारियों को परखने के लिए डीजीपी अशोक कुमार ने गुरुवार को सभी जिला प्रभारियों के साथ विचार विमर्श किया।
डीजीपी ने कहा कि अगर कोई कांवड़िया हरिद्वार में प्रवेश करता है तो उसे क्वारंटीन किया जाएगा। उन्होंने एसएसपी हरिद्वार को इसके लिए जिलाधिकारी हरिद्वार के सहयोग से जगह तय करने को कहा। इस दौरान विशेष रूप से हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिले में कांवड़ इंफोर्समेंट टीम का गठन किया जाएगा, जो पेट्रोलिंग करते हुए कानून व्यवस्था पर नजर रखेगी।
डीजीपी ने कहा कि यदि कांवड़िए ट्रेन से आते हैं तो उन्हें हरिद्वार से पहले के स्टेशन पर उतारकर वापस भेजा जाएगा। डीजीपी ने आईजी कानून व्यवस्था को हरिद्वार के बॉर्डर पर स्थित थानों पर व्यवस्था बनाने के लिए अन्य राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। यदि दूसरे राज्यों की पुलिस टैंकर के जरिए गंगाजल ले जाने का प्रस्ताव देती है तो इस पर विचार कर लिया जाए।
अस्थि विसर्जन पर रोक नहीं
डीजीपी ने कहा कि कांवड़ मेले को प्रतिबंधित करने के संबंध में कांवड़ संघों के साथ होने वाली बैठक को थाने की जीडी में भी दर्ज किया जाए। ताकि अगर कोई कोविड महामारी ऐक्ट का उल्लंघन करता है तो उसके विरूद्ध कार्रवाई करने में आसानी हो। डीजीपी ने कहा कि कांवड के दौरान अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार आने पर कोई रोक नहीं रहेगी।
इस बीच शासन ने पड़ोसी राज्यों को पत्र लिखकर उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर रोक की विधिवत जानकारी उपलब्ध करा दी है। मुख्यसचिव की ओर से यूपी, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, राजस्थान, मध्यप्रदेश के मुख्यसचिवों को भेजे गए पत्र में यात्रियों को अपने राज्यों में ही रोकने की गुजारिश की गई है।
हरिद्वार की सीमाओं पर रहेंगे गंगा जल के टैंकर
हरिद्वार प्रशासन टैंकरों के माध्यम से जिले की सीमाओं पर गंगा जल भेजेगा, ताकि कांवड़िए सीमा से ही जल लेकर लौट सकें। हरिद्वार की नासरन, श्यामपुर और अन्य सीमाओं पर टैंकर रखने की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है। वहीं मांग के अनुसार हरियाणा, यूपी, पंजाब, दिल्ली समेत अन्य जगहों पर पहले ही टैंकर से गंगा जल भेजने पर सहमति बन गई है।
स्थानीय जिलाधिकारी और एसएसपी से बैठक कर इस संबंध में वार्ता होनी शेष है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि हरिद्वार से टैंकरों से गंगाजल सीमा पर भेजा जाएगा। जरूरत के हिसाब से गंगा जल हरिद्वार से भेजने के लिए पड़ोसी जिलों के अलावा कई अन्य जिलों के जिलाधिकारी और एसएसपी के साथ जल्द ही ऑनलाइन समन्वय बैठक भी की जाएगी।