बहुजन समाज पार्टी केंद्रीय जांच एजेंसियों के डर से केंद्र सरकार के प्रति नरम रुख अपनाती है. ये आरोप लगाते हुए आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने कहा कि उनका नया राजनीतिक संगठन मायावती नीत पार्टी का विकल्प है. बसपा के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी उसके संस्थापक कांशीराम के सिद्धांतों के खिलाफ काम कर अपना वजूद खोती जा रही है
भीम आर्मी के प्रमुख जिनका राजनीतिक संगठन आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) पिछले साल शुरू किया गया , वह इसे दलितों, अन्य पिछड़ा वर्गों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने वाले दल के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए ‘‘महागठबंधन” इस वक्त जरूरी है और हर कोई जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता में वापस आने से रोकने के प्रति गंभीर हैं, उन सभी को हाथ मिलाना चाहिए
एक साक्षात्कार में आजाद ने कहा कि उन्हें बसपा समेत किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करने में कोई गुरेज नहीं है, बशर्ते उद्देश्य योगी आदित्यनाथ की सरकार को हराने के लिए मजबूत गठबंधन बनाने का हो. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार “तानाशाही वाला” प्रशासन चला रही है. आजाद समाज पार्टी के प्रमुख ने कहा, “हम सभी विपक्षी दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं. राज्य और देश के सामने जब कोई समस्या आती है, तो सभी पार्टियां मुद्दों पर चर्चा करती हैं. हमारी पार्टी में, कोर कमिटी सर्वोच्च निकाय है और गठबंधनों पर अंतिम फैसला वही लेगी.” साथ ही उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी ने फिलहाल किसी भी गठबंधन को अंतिम रूप नहीं दिया है.