चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी तो उसी वक्त कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी फोन पर जुड़ी थीं। तब से ही इसे लेकर कयास लग रहे थे कि आखिर गांधी फैमिली के साथ प्रशांत किशोर की क्या बात हुई और किस चीज को लेकर रणनीति बनाई गई। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग में पंजाब में पार्टी के भीतर छिड़ी रार को लेकर कोई बात नहीं हुई। हालांकि आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को लेकर जरूर प्रशांत किशोर से बात हुई थी।
शरद पवार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के कयासों को लेकर भी कांग्रेस सूत्रों ने साफ किया कि ऐसी कोई बात नहीं हुई थी। कांग्रेस सूत्रों ने शरद पवार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के कयासों को भी पूरी तरह से खारिज कर दिया। यही नहीं लोकसभा में पार्टी के नेता को बदलने की बात को भी खारिज किया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि मॉनसून सेशन के दौरान लोकसभा में पार्टी की लीडरशिप बदलने का प्लान फिलहाल नहीं है। इस सत्र में अधीर रंजन चौधरी ही लोकसभा में कांग्रेस के नेता बने रहेंगे।प्रशांत किशोर की गांधी फैमिली से मुलाकात मंगलवार को करीब एक घंटे तक चली थी। इस मीटिंग के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। इस बैठक के बाद से ही प्रशांत किशोर के कांग्रेस से जुड़ने से लेकर अन्य तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में विधानसभा चुनावों के अलावा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भी बात हुई है। बता दें कि बीते दिनों प्रशांत किशोर ने एनसीपी के मुखिया शरद पवार से भी दो बार लंबी मुलाकातें की थीं। ऐसे में इस बात के भी कयास हैं कि क्या वह बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने के लिए काम कर रहे हैं और इसी मकसद से कांग्रेस से भी जुड़े थे।