भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत में आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता था। अपनी पॉवर हिटिंग शॉट से मशहूर हुए धोनी क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में भी आक्रामक बल्लेबाजी किया करते थे। धोनी ने करीब 15 साल के अपने क्रिकेट करियर में शोएब अख्तर और डेल स्टेन जैसे तेज गेंदबाजों का खूब सामना किया है। पूर्व भारतीय कप्तान धोनी का सामना एक बार इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ से हुआ था। 2006 में भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच खेली गई तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा रहा था। धोनी अपने साथी राहुल द्रविड़ के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। इसी बीच, एंड्रयू फ्लिंटॉफ गेंदबाजी करने आए। फ्लिंटॉफ ने आते ही घातक बाउंसर से धोनी का स्वागत किया। तेज गेंदबाज फ्लिंटॉफ की गेंद को धोनी समझ नहीं पाए और गेंद उनके हेलमेट में जा लगी। इसके बाद धोनी ने अपना हेलमेट सिर से उतारा और सिर को सहराने लगे।
धोनी आमतौर पर मैदान पर जल्दी अपनी भावनाओं को जाहिर नहीं होने देते हैं और वह इसका जवाब अपने बल्ले से देते हैं। ‘कैप्टन कूल’ धोनी मैदान पर जल्दी खुद पर दबाव नहीं महसूस होने देते हैं और वह हमेशा काफी शांत रहते हैं। फ्लिंटॉफ ने अगली गेंद भी बाउंसर ही मारा और इस बार धोनी पूरी तरह से तैयार थे। माही ने उन्होंने इंग्लिश गेंदबाज की बाउंसर का मुंहतोड़ जवाब दिया। धोनी ने फ्लिंटॉफ की अगली गेंद को सीधे बॉउंड्री के पार पहुंचाकर फ्लिंटॉफ को करार जवाब दिया। फ्लिंटॉफ ने मैच की दोनों पारियों में चार विकेट लिए थे और इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला था।
अपनी कप्तानी में भारत को तीन आईसीसी ट्रॉफी जितवा चुके धोनी ने वर्ल्ड कप 2019 के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। हालांकि वह आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी कर रहे हैं। आईपीएल 2021 के दूसरे फेज की शुरुआत 15 सितंबर से यूएई में होनी है, जहां धोनी एक बार फिर से पीली जर्सी में दिखाई देंगे।