इंडिगो के फील्ड मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड के चौथे आरोपित अभ्यानंद उर्फ आर्यन उर्फ मुनचुन उर्फ सन्नी को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह मूल रूप से पटना जिले के सालिमपुर थाना इलाके के घनसुरपुर का रहने वाला है। उसे बाइपास थाना क्षेत्र के न्यू बाइपास से पकड़ा गया। जिस रोज रूपेश की हत्या हुई थी उस दिन मुख्य अभियुक्त रितुराज की बाइक को आर्यन चला रहा था।
पुलिस के मुताबिक रुपेश को गोली मारने के बाद आर्यन ही बाइक से रितुराज को लेकर भागा था। रितुराज ने अपनी गिरफ्तारी के बाद इस बात का खुलासा किया था, जिसके बाद पुलिस को आर्यन के बारे में जानकारी मिली और उसकी तलाश शुरू की गयी। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि आर्यन ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि पुलिस को खबर मिली थी कि बाइपास इलाके में आर्यन बाइक पर सवार होकर जा रहा है। इस खबर के बाद उस इलाके की घेराबंदी की गयी। इस बीच आर्यन मास्क और हेलमेट पहनकर वहां पहुंचा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आर्यन ने पुलिस को बताया कि एयरपोर्ट के समीप रितुराज और रूपेश के बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसे माफी मांगनी पड़ी थी। इसी का बदला लेने के लिये रितुराज ने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर रुपेश की हत्या की साजिश रची।
झारखंड से लेकर हरिद्वार तक छिपता रहा
इस हत्याकांड का चौथा आरोपित आर्यन घटना के बाइ कई राज्यों में छिपता रहा। वह झारखंड, उत्तरप्रेश फिर उत्तराखंड के हरिद्वार भाग गया। हाल ही में वह हरिद्वार से वापस लौटा था जिसकी खबर पुलिस टीम को लग गयी थी। गौरतलब है कि बीते 13 जून को आर्यन के सालिमुपर स्थित घर की कुर्की शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने की थी।
बाइक चोरी करता था आर्यन
आर्यन पर पूर्व से भी कई केस दर्ज हैं। वह राजधानी समेत अन्य इलाकों में बाइक की चोरी करता था। उस पर कंकड़बाग और सालिमपुर में पहले से कई केस दर्ज दर्ज हैं। मारपीट के मामले में भी उस पर पूर्व में एफआईआर हो चुकी है। आर्यन रितुराज के गैंग से जुड़ा था और उसके साथ ही किराये के मकान में रहता था।
12 तारीख पटना पुलिस के लिए अहम
12 तारीख पटना पुलिस के लिए अहम साबित हुई। 12 जनवरी को रूपेश सिंह की हत्या पुनाईचक स्थित कुसुम विलास अपार्टमेंट के सामने हुई थी। उस वक्त वे अपनी कार में बैठे थे। इस वारदात के ठीक सात महीने बाद यानी 12 जुलाई को ही रूपेश के मामले में फरार आखिरी अपराधी भी पकड़ा गया।
चार्जशीट करेगी पुलिस
एसएसपी के मुताबिक जल्द ही पुलिस टीम आर्यन व अन्य पर चार्जशीट करेगी। इस मामले का स्पीडी ट्रायल कराया जायेगा। एसएसपी का दावा है कि रूपेश सिंह की हत्या मामले में पुलिस के पास अहम साक्ष्य हैं। सीसीटीवी कैमरे का फुटेज भी उन्हीं सबूतों में से एक है।
टीम को आला अफसरों ने दी बधाई
पटना पुलिस की स्पेशल टीम को पुलिस के अलावा अफसरों ने इस मामले की गुत्थी को सुलझाने और आखिरी फरार अपराधी को पकड़ने को लेकर बधाई दी। टीम में स्पेशल सेल में तैनात इंस्पेक्टर विनय प्रकाश, डायल 100 में पदस्थापित दारोगा मनोज राय, शास्त्रीनगर थानेदार रामशंकर सिंह व अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।
रुपेश हत्याकांड से जुड़ी मुख्य बातें
– 12 जनवरी की शाम पुनाईचक में रूपेश सिंह की गोली मारकर हत्या की गयी थी।
– इस मामले में रितुराज्र, सौरभ उर्फ पवन औरे पुष्कर उर्फ छोटू पूर्व में जेल जा चुके हैं।
– रितुराज ने यह खुलासा किया था कि एयरपोर्ट के समीप हुई मारपीट के कारण उसने रूपेश की हत्या की थी।