हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में भारी बारिश और बादल फटने की घटना से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। एक तरफ केंद्र सरकार की ओर से एनडीआरएफ की टीमें रवाना कर दी गई हैं तो वहीं राज्य सरकार ने पर्यटकों से दुर्गम इलाकों में न जाने की अपील की है। इस बीच धर्मशाला और कांगड़ा के आसपास तमाम घर और गाड़ियां बह गई हैं। धर्मशाला और उसके आसपास के इलाकों में कई जगहों पर नाले इतने ज्यादा बहाव में हैं कि पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। यही नहीं एक वीडियो में दिखता है कि कैसे पेड़, मकान से लेकर तमाम चीजें पानी के बहाव में बहती चली जा रही हैं। पानी के तेज बहाव की वजह से कई जगहों पर सड़कों में भी कटाव हुआ है और यातायात ठप है।
भले ही मीडिया रिपोर्ट्स में धर्मशाला में बादल फटने की बात कही जा रही है, लेकिन सीएम जयराम ठाकुर और जिला प्रशासन का कहना है कि ऐसा भारी बारिश के चलते हुआ है। दरअसल धर्मशाला में कल रात से ही तेज बारिश चल रही है, जिसने सोमवार सुबह रौद्र रूप धारण कर लिया। इसके चलते धर्मशाला के प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस भागसू नाग में गाड़ियां बहती नजर आईं और नदी-नाले उफान पर दिखे। इस सैलाब में दो लोगों के लापता होने की बात भी जिला प्रशासन ने मानी है, जिनकी तलाश की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इस सीजन की पहली बारिश है, जो इतनी ज्यादा हुआ है। लेकिन पहली बारिश में ही सैलाब आता दिखा है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि ‘हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अथॉरिटी (प्राधिकारी), राज्य सरकार के साथ लगातार काम कर रही है। सभी संभव मदद दी जा रही है। जो लोग बारिश प्रभावित इलाके में हैं, मैं उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।’ होम मिनिस्टर अमित शाह ने भी ट्वीट कर अपनी बात रखी है। अमित शाह ने कहा कि ‘हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश से आयी प्राकृतिक आपदा के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर से बात की है। राहत कार्यों के लिए NDRF की टीमें शीघ्र वहाँ पहुंच रही हैं। गृह मंत्रालय स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहा है। केंद्र की ओर से हिमाचल को हर संभव मदद दी जाएगी।’
मंडी, शिमला समेत कई और इलाकों में भी हालात खराब
हिमाचल के ही मंडी जिले की पुलिस के अनुसार, बारिश के कारण थाना औट क्षेत्र के सन्दली में रुक-रुक कर भूस्खलन हो रहा है और कई जगह भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। इस कारण से कुल्लू से मण्डी आने वाले वाहनों को राष्ट्रीय उच्च मार्ग से वन-वे करके भेजा जा रहा है। शिमला जिले में रात को रामपुर के समीप झाकड़ी में भारी बरसात के कारण एनएच-5 करीब 9 घंटे बंद रहा। लाहौल पुलिस के अनुसार, मनाली-लेह हाईवे पर पागल नाला, तेलिंग नाला, भरतपुर नाला में जलस्तर बढ़ गया है और यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है।