यूपी में रविवार को आंधी-पानी आफत लेकर आया। गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश में पांच महिलाओं समेत 32 लोगों की मौत हो गई। इनमें कुछ बच्चे भी शामिल है। एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में मौत की खबर से पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा है। सबसे ज्यादा मौतें कानपुर में हुई हैं। यहां पांच लोगों के अलावा 38 मवेशियों की भी प्राकृतिक आपदा में जान चली गई है। यूपी कई जिलों में रविवार को बारिश हुई। बारिश के दौरान कुछ जिलों में गरज और चमक के साथ बिजली भी गिरी है। आकाशीय बिजली गिरने से प्रयागराज, कौशांबी और प्रतापगढ़ में 14 लोगों की मौत हो गई। प्राकृतिक आपदा ने कानपुर मंडल में भी जमकर कहर बरपाया। यहां भी 15 लोगों की मौत हो गई।
कानपुर देहात के भोगनीपुर तहसील के अलग-अलग गांवों में बिजली गिरने से पांच लोगों की जान चली गई। यहीं के घाटमपुर क्षेत्र में एक युवक और 38 मवेशियों की भी आकाशी बिजली गिरने से मौत हो गई। फतेहपुर के असोथर, बकेवर और चांदपुर में बिजली गिरने से तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गई। बांदा कोतवाली क्षेत्र के मोतियारी गांव में एक 13 साल की मासूम बच्ची की जान चली गई। उन्नाव में भी प्राकृतिक आपदा से मौत हुई हैं। बीघापुर थाना क्षेत्र के सराय बैदरा गांव में बिजली गिरने से दो बच्चों की जान चली गई। हमीरपुर में बिंबार थाना क्षेत्र के ऊपरी गांव में आकाशी बिजली ने कहर बरपाया। यहां एक युवक पहले बिजली से झुलसा, इसके कुछ देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया। एक दिन में इतनी भारी संख्या में हुई मौतों से प्रदेश में हड़कंप मचा है।
आकाशीय बिजली गिरने से 43 मवेशियों की मौत
कानपुर में दोपहर बाद आसमान से पानी नहीं जैसे आफत बरसी। गरज चमक के बीच गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से सजेती के एक युवक की मौत हो गई जबकि करीब 43 मवेशियों की जान चली गई। सजेती थाना क्षेत्र के यमुना तटवर्ती मऊ नखत गांव में रविवार दोपहर घर के बाहर बरामदे में छप्पर के नीचे गांव के जयबहादुर का पुत्र सत्यवीर निषाद (21) बैठा था। तभी छप्पर पर आकाशीय बिजली गिरने से सत्यवीर की मौके पर ही मौत हो गई। पास ही बंधी गाय भी मर गई। सजेती पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक का पिता चाट का ठेला लगाता है और चार बेटों में सबसे बड़ा था।
बरसात से बचने के लिए पेड़ के नीचे जमा थे मवेशी
रविवार दोपहर करीब ढाई बजे बारिश के बीच मुगल रोड किनारे राजेश सविता अपनी 43 बकरियों के साथ नीम के पेड़ के नीचे खड़े हो गए। वह बकरियों को लेकर चराने निकले थे। कुछ देर बाद गरज चमक के बीच आकाशीय बिजली गिरी और पेड़ के नीचे खड़ीं सभी बकरियों की मौत हो गई। इसी प्रकार कैथा गांव के पप्पू सचान की एक भैंस व गाय की भी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई।
शिकोहाबाद आकाशीय बिजली गिरने से तीन किसानों की मौत
शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के दो गांवों में आकाशीय बिजली गिरने से तीन किसानों की मौत हो गई। किसानों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर सीओ, तहसीलदार मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने किसानों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया। हेमराज 65 पुत्र रामधन, रामसेवक उर्फ भूरी सिंह पुत्र अजब सिंह निवासीगण नगला ऊमर रविवार को अपने खेत पर काम कर रहे थे। इसी दौरान बरसात शुरू हो गई तो खेत के पास खड़े नीम के पेड़ के नीचे आकर खड़े हो गए। इसी दौरान पेड़ के ऊपर आकाशीय बिजली गिर पड़ी। जिससे दोनों की ही मौके पर मौत हो गई। दो किसानों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। परिजन रोते बिलखते हुए। सूचना मिलते ही सीओ व तहसीलदार मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने दोनों किसानों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया। वही दूसरी घटना नगला चाट में हुई जहां किसान अमर सिंह 60 पुत्र जगन्नाथ अपने खेत पर काम कर रहे थे। बरसात से बचने के लिए वह आम के पेड़ के नीचे आकर खड़े हो गए। इसी दौरान आम के पेड़ पर आकाशीय बिजली गिर पड़ी जिससे वह गंभीर रुप से झुलस गए। परिजन आनन फानन में उन्हें सरकारी अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। किसान की मौत से परिवार में हाहाकार मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया।