यदि आप किसी वेबसाइट के जरिए नौकरी के लिए आवेदन करने जा रहे हैं तो जरा रुकिए। पहले जांच कीजिए कि कहीं वह वेबसाइट फर्जी तो नहीं, वरना आप साइबर जालसाजों की ठगी का शिकार हो सकते हैं। जी हां, आजकल बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर जालसाज डमी वेबसाइट के जरिए उन्हें चपत लगा रहे हैं।
जालसाज फर्जी वेबसाइट को सरकारी विभागों व बड़ी कंपनियों की वेबसाइट की हू-ब-हू नकल करके बनाते हैं, जिससे युवा झांसे में आ जाते हैं। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामलों के खुलासे हुए हैं, जिनमें नौकरी के नाम पर सैकड़ों बेरोजगारों से ठगी की गई।
इस तरह लगाते हैं चपत
जालसाज सरकार के किसी मंत्रालय, विभाग या नामी कंपनी की असली वेबसाइट से मिलती-जुलती वेबसाइट तैयार करते हैं। इसके बाद उस पर नौकरी का विज्ञापन देकर उसके मैसेज सोशल मीडिया ग्रुपों में पोस्ट करते हैं। साथ ही इसके लिंक को टेक्स्ट मैसेज के जरिए भी लोगों को भेजते हैं।
आवेदन करने पर विभिन्न शुल्क के बहाने ठगी करते हैं। कई बार ज्यादा रकम ठगने के लिए आरोपी फर्जी ट्रेनिंग और इंटरव्यू तक दिलाते हैं और फर्जी एप्वाइंटमेंट लेटर थमा देते हैं। जब अभ्यर्थी संबंधित विभाग या कंपनी में ज्वाइनिंग के लिए पहुंचता है, तब पता चलता है कि उसके साथ ठगी हुई है।
पहचान पाना होता है मुश्किल
साइबर जालसाज असली वेबसाइट के मेटाडेटा को कॉपी करके फर्जी वेबसाइट तैयार करते हैं। फर्जी वेबसाइट मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट की सटीक क्लोन जैसी होती है। इसमें रंग, डिजाइन, सिग्मेंट से लेकर तमाम सांकेतिक चिन्ह तक असली जैसे ही दिखाई देते हैं। यहां तक कि लिंक, दस्तावेज और आंकड़े भी असली वाले ही शामिल किए जाते हैं। इस कारण जो लोग पूर्व में असली साइट देख चुके होते हैं, उन्हें भी फर्जी साइट पर आवेदन करते समय शक नहीं होता।
इस साल दिल्ली में सामने आए ठगी के बड़े मामले
17 अप्रैल 2021
श्रम मंत्रालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग के सरगना समेत चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
26 मार्च 2021
साइबर सेल ने नौकरी के नाम पर 500 से ज्यादा बेरोजगारों से साढ़े सात करोड़ रुपये ठग चुके गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया।
10 मार्च 2021
देश-विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर चपत लगाने वाले गैंग के सात शातिरों को साइबर सेल ने गिरफ्तार किया।
12 फरवरी 2021
नारायणा थाना पुलिस ने फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में युवाओं से ठगी कर रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
05 फरवरी 2021
एयरलाइंस कंपनी में नौकरी दिलाने और फ्री शॉपिंग वाउचर का लालच ठगी करने वाले गैंग के दो बदमाश दबोचे गए।
असली-फर्जी वेबसाइट की इस तरह जांच करें
1. यदि नौकरी के लिए जरूरी योग्यता पर कुछ अधिक ही छूट दी गई है तो सतर्क हो जाएं।
2. जालसाज जब रोजगार की सूचना देते है, तो उसमें व्याकरण संबंधित त्रुटियां अक्सर होती हैं। ऐसा होने पर भी विज्ञापन की जांच करें।
3. जालसाज ई-मेल से मांगी गई सूचना का जवाब ठीक से नहीं देते हें और फोन से ही बात करने का प्रयास करते हैं।
4. सरकारी या कोई भी रजिस्टर्ड संस्था पत्राचार अपने ऑफिशियल ई-मेल से करती है। व्यक्तिगत मेल का इस्तेमाल हो तो भी सावधान हो जाएं।
5. सरकारी वेबसाइट के अंत में gov.in और .nic होता है। वहीं, शैक्षणिक संस्थानों की वेबसाइट के अंत में ac.in देखने को मिलेगा। ऐसी साइट आमतौर पर .com, .in. आदि पर नहीं बनाई जातीं।
साइबर सेल के डीसीपी अनेष रॉय ने कहा, ‘अधिकृत वेबसाइट से ही आवेदन करें। नौकरी का आवेदन करने से पहले जांच लें कि वेबसाइट अधिकृत है या नहीं। सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार ही नौकरी के लिए आवेदन करें। किसी भी सोशल मीडिया ग्रुप और वेबसाइट के जरिए उपलब्ध कराए गए लिंक, मैसेज के झांसे में नहीं आएं।’