मुख्यमंत्री सात निश्चय कच्ची-नली-गली योजना और जलजमाव से निजात के लिए कंकड़बाग अंचल में शुरू की गई योजनाओं में अनियमितता का मामला सामने आया है। कई योजनाओं को पूरा किए बिना प्राक्कलित की पूरी राशि का भुगतान करा लिया गया है। योजनाओं का नाम बदलकर मौखिक आदेश पर अधिक राशि की योजना बनायी गई और उसे पूरा किए बिना ही राशि का पूरा भुगतान करा लिया गया है। वार्ड 32 की पार्षद पिंकी यादव ने निगरानी में इसकी शिकायत की है।
पार्षद ने आरोप लगाया है कि कंकड़बाग प्रमंडल के अभियंता की मिलीभगत से करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है। अशोक नगर में एक लाख की योजना का नाम बदलकर नौ लाख रुपये का कर दिया गया और इसका काम अब अधूरा ही है। नगर निगम मद से अशोक नगर रोड संख्या आठ में करीब 150 फीट लंबा और 10 फीट चौड़ी पीसीसी सड़क के लिए एक लाख 19 हजार 500 रुपये का प्राक्कलन तैयार कर कंकड़बाग के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई लेकिन उसी योजना का नाम बदलकर किसी वरीय अधिकारी के मौखिक आदेश पर नौ लाख आठ हजार 156 रुपये की योजना स्वीकृत कर टेंडर निकाला गया। पुरानी योजना की स्वीकृति 28 फरवरी 2020 को की गई थी। इसका नाम बदलकर आठ सितंबर 2020 को टेंडर निकाला गया। पार्षद ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जब उक्त योजना एक लाख रुपये में पूरी हो सकती है तो उसे दोबारा करीब नौ गुना राशि बढ़ाकर योजना बनाना वित्तीय अनियमितता है।
काम को अधूरा छोड़ा पर पूरी राशि का भुगतान
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत न्यू जगनपुरा में 460 मीटर पीसीसी भूगर्भ नाला की योजना बनायी गई। इसकी प्राक्कलित राशि 37 लाख 32 हजार रुपये थी। इस योजना में ठेकेदार ने 300 मीटर में ही नाले का निर्माण किया। पार्षद पिंकी यादव ने बताया कि योजना को अधूरा छोड़े जाने के बाद भी पूरा राशि का भुगतान कर दिया गया। 28 मई 2020 को नगर आयुक्त पटना से शिकायत की गई। जांच पार्षद द्वारा लेखा शाखा में किए जाने पर पता चला कि प्राक्कलित राशि का भुगतान आठ अप्रैल 2020 को ही कर दिया गया है लेकिन अब भी यह योजना अधूरा है।
बिना काम 5 लाख का भुगतान
वार्ड पार्षद ने लिखित में निगरानी विभाग को शिकायत की है और जांच करने की मांग की है। नगर निगम में बिशप स्कूल के पीछे पत्रकार रोड के निकट जलजमाव से निजात के लिए सड़क मरम्मत का कार्य करना था। इसके लिए योजना बनायी गई। इसकी प्राक्कलित राशि छह लाख 46 हजार 200 रुपये है। यह योजन नगर निगम क्षेत्र के बाहर ग्राम पंचायत कनौजी-कछुआरा में है। प्रशासनिक स्वीकृति कराकर बिना कार्य किए 22 अक्टूबर 2020 को अभियंताओं की मिलीभगत से पांच लाख 71 हजार का भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया।
कंकड़बाग प्रमंडल के अभियंताओं पर वार्ड 32 की पार्षद पिंकी यादव ने कई आरोप लगाए हैं। इस मामले पर उनके द्वारा उठाए गए पूरे मामले की जांच करायी जाएगी। जांच के बाद अग्रेतर कार्रवाई होगी।
-हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम।