अफगानिस्तान से चीन के 210 नागरिकों को लेकर विमान देश के हुबई प्रांत पहुंचा। सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को जानकारी दी। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब अमेरिकी सेना देश छोड़ने की तैयारी कर रही है और काबुल में सुरक्षा की स्थिति को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सत्तारूढ़ क्म्युनिस्ट पार्टी द्वारा प्रकाशित किए जाने वाले समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार, ‘शियामेन एयरलाइन्स का एक विमान दो जुलाई को काबुल से रवाना हुआ था, जो हुबई प्रांत पहुंचा था। खबर के अनुसार, विमान में सवार 22 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। वैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने अपनी दैनिक रिपोर्ट में इन मामलों की पुष्टि नहीं की।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान का करीब 20 साल तक मुकाबला करने के बाद अमेरिकी सैनिक 31 अगस्त तक अपने देश लौट जाएंगे। चीन की कम्पनियों ने अफगान खनन और बुनियादी ढांचे में निवेश किया है, लेकिन तालिबान के व्यापक रूप से क्षेत्र पर कब्जा करने के बाद इन सम्पतियों पर खतरा मंडरा रहा है और काबुल पर भी खतरा बढ़ गया है।
इधर, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका का सैन्य अभियान 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें “गति ही सुरक्षा” है की नीति का पालन किया जा रहा है। अफगानिस्तान में अमेरिका के युद्ध को खत्म करने के अपने प्रशासन के प्रयासों का उल्लेख करते हुए बाइडन ने एक भाषण में कहा, “हम अफगानिस्तान में राष्ट्र निर्माण करने नहीं गए थे। अफगान नेताओं को साथ आकर भविष्य का निर्माण करना होगा।” तालिबान द्वारा देश में महत्वपूर्ण ठिकानों पर प्रगति करने के बीच बाइडन ने अमेरिकी सैन्य अभियान को खत्म करने के अपने निर्णय को उचित ठहराया।