जमुई जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के पुरसंडा मोड़ के समीप सोमवार दोपहर अपराधियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के लिए तीन-चार अपराधी दो बाइक पर सवार होकर आये थे। घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक बालाडीह गांव निवासी स्व. रघुनाथ यादव का 32 वर्षीय पुत्र सोनू यादव था। युवक के भाई मुन्ना यादव ने बताया कि आसपास के लोगों ने सूचना दी कि घटना को अंजाम देने के लिए दो बाइक पर सवार होकर तीन-चार अपराधी आये थे। पुरसंडा मोड़ के समीप पहुंचते ही अपराधी सोनू यादव की बाइक रोककर ताबड़तोड़ चार-पांच गोलियां मार दीं। इसके बाद युवक गाड़ी से गिर गया और पैदल खेत की ओर भागने लगा। इसके बाद वहीं मौत हो गयी।
वहीं घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी अलीगंज की ओर भाग गये। घटना के बाद मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। मृतक के परिजन एवं पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। सोनू को दो बेटा एवं दो बेटी है। घटना की सूचना पर सिकंदरा थानाध्यक्ष सदाशिव कुमार साहा, सर्किल इंस्पेक्टर नीरज कुमार सहित अन्य पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष ने परिजनों को आश्वासन दिया कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा हत्याकांड में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है। शराब माफियाओं द्वारा अवैध बिक्री पर एकाधिकार को लेकर वर्चस्व में हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। हत्या में शामिल धनकुरबा गांव निवासी उमेश यादव के पुत्र बोखन यादव, राम यादव के पुत्र नेतु यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। बताया गया कि पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
एक माह पहले जेल से छूटा था
थानाध्यक्ष ने बताया कि सोनू यादव एक महीना पूर्व जेल से छूट कर आया था। शराब माफियाओं से वर्चस्व को लेकर उसका अनबन चल रहा था। वह चंद्रदीप थाना के अलीगंज में 17 जुलाई 2019 को अमर सिंह की हुई हत्या में नामजद था। उस पर उल्हुआ बाबा के मजार पर पूजा करने आये श्रद्धलुओं के साथ लूटपाट, रंगदारी लेने, मारपीट करने तथा वाहन से रंगदारी वसूली करने का आरोप है।
अब के हमरा दवाई देते हो राजा
सोनू यादव की बीमार पत्नी संगीता देवी को पता नहीं था कि उसके पति जो रोज उसे अपने हाथों से दवा पिलाता था, वह हमेशा के लिए छोड़कर चला जायेगा। सोमवार को भी दवा पिलाने के बाद पत्नी ने उसे बाहर जाने से रोका था। लेकिन वह नहीं रुका और उसकी हत्या हो गई। इसके बाद पत्नी के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन है। घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। खेती-बाड़ी भी उतनी नहीं है। इसकी हत्या हो जाने पर परिजनों के सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
अपराधियों की शरणस्थली बना जंगली इलाका
सिकन्दरा तथा चंद्रदीप थाना क्षेत्र के दक्षिणी जंगली और पहाड़ी इलाका अवैध कारोबार के कारण अपराधियों की शरणस्थली बन गई है। इस क्षेत्र में पहाड़ों से सटे होने के कारण महुआ शराब चुलाने की दर्जनों भठ्ठियां संचालित है। लकड़ी की अवैध कटाई, बालू ढुलाई, पत्थर का कारोबार, अपहर्ताओं को रखने का कार्य भी क्षेत्र में किया जाता है। कम समय में अपराधी की उन्नति देखकर कुछ लोग गिरोह से जुड़ जाते हैं, फिर गिरोह में वर्चस्व लेकर खूनी संघर्ष शुरू हो जाता है।