कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच गया है। खिताब की प्रबल दावेदार ब्राजील ने उम्मीदों के मुताबिक शानदार प्रदर्शन करते हुए पेरू को 1-0 से हराकर कोपा अमेरिका फुटबॉल के फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में ब्राजील का मुकाबला अर्जेंटीना और कोलंबिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा। ब्राजील के स्टार स्ट्राइकर नेमार चाहते हैं कि फाइनल में ब्राजील का मुकाबला अर्जेंटीना से हो।
जीत के बाद नेमार ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि फाइनल अर्जेंटीना से हो। मेरे उस टीम में कई दोस्त हैं और मैं उनसे फाइनल खेलना चाहता हूं। जीत तो ब्राजील की ही होगी।’ निल्टन सांतोस स्टेडियम पर खेले गए इस मैच में इकलौता गोल में सूत्रधार की भूमिका निभाई। उन्होंने डिफेंडर अलेक्जेंडर कालेंस से गेंद लेकर लुकास पाकेटा को सौंपी जिसने उसे नेट के भीतर डाल दिया। टीम की हार के बावजूद पेरू के गोलकीपर पेड्रो गालेसे ने शानदार प्रदर्शन करके कई गोल बचाए। पहले हाफ में नेमार और रिचार्लीसन के गोल उन्होंने नहीं बचाए होते तो हार का अंतर अधिक होता।
ग्रुप राउंड में ब्राजील ने पेरू को 4-0 से हराया था, लेकिन इस मैच में कहानी दूसरी थी। दूसरे हाफ में जियांलुका लापाडुला के शॉट पर ब्राजील के गोलकीपर एडरसन ने शानदार बचाव किया। ब्राजील के कोच टिटे ने बाद में स्वीकार किया, ‘यह काफी थकाऊ मैच था। शारीरिक और मानसिक रूप से। कोपा अमेरिका मानसिक मैराथन से कम नहीं।’ ब्राजील पिछले 14 सीजन में से नौ बार फाइनल में पहुंच चुका है। इस बार उसे ऐन मौके पर मेजबान बनाया गया क्योंकि मूल मेजबान अर्जेंटीना और कोलंबिया पीछे हट गए थे।
दो साल पहले नेमार चोटिल होने के कारण नहीं खेले थे, लेकिन ब्राजील ने पेरू को 3-1 से हराकर खिताब जीता था। अगले शनिवार को फाइनल में मेजबान की हौसलाअफजाई के लिए उसके उत्साही फैन्स नहीं होंगे जिनके स्टेडियम में प्रवेश पर कोरोना ने रोक लगा दी है। पेरू तीसरे स्थान के प्लेऑफ में दूसरे सेमीफाइनल में हारने वाली टीम से खेलेगा।