कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग चाहे जितने इंतजाम कर ले, टीका लगवाने आये लोगों की परेशानियां खत्म होने का नाम ले रही हैं। रविवार को जहां टीटीसी केंद्र पर टीका लगाने के नंबरिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति ने हंगामा किया तो एसकेपी विद्या बिहार में बने केंद्र पर बिना टीका लगाये ही एक व्यक्ति को टीका लगाने का मैसेज भेज दिया गया।
यहां तक कि टीका रहने के बावजूद यहां से डेढ़ दर्जन लोगों को वापस कर दिया गया। बिना टीका लगे ही टीका लगने का मैसेज पाने वाले फूलकांत ने कहा कि वे सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा से इस गड़बड़ी की शिकायत करेंगे। उन्हें जानना जरूरी है कि उनके नाम पर केंद्र के संचालकों ने किस व्यक्ति को कोरोना का टीका लगा दिया। जबकि फूलकांत ने रविवार को इसकी शिकायत सदर अस्पताल के हेल्थ मैनेजर जावेद मंजूर करीमी से की तो उन्होंने दयानंद मिश्रा का नंबर दिया। फोन किया गया तो उन्होंने सहायता करने से ही हाथ खड़ा कर दिया। कहा कि दूसरे टीके के लिए वे पहले डेफोडिल्स स्कूल फिर बाद में एसकेपी विद्या विहार स्कूल में बने टीकाकरण केंद्र गये। इसका सिला उन्हें ये मिला।
केस 1
नया बाजार निवासी 57 साल के फूलकांत ठाकुर अपनी पत्नी अनीता के साथ एसकेपी स्कूल में बने कोरोना टीकाकरण केंद्र में टीका लगवाने गये। उन्होंने रविवार को दोपहर साढ़े 12 बजे सेंटर पर अपना कागजात जमा किया। साढ़े चार बजे बताया गया कि टीका खत्म हो गया है। जब आयेगा तो मैसेज भेज दिया जायेगा। घर जाते वक्त वे रास्ते में ही थे कि शाम पौने पांच बजे उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि आपको टीके का दूसरा यानी बूस्टर डोज लग गया है।
केस 2
नाथनगर में एक अस्पताल में बतौर सुरक्षाकर्मी तैनात व्यक्ति रविवार को अपनी मां व अन्य सदस्य को लेकर टीटीसी घंटाघर में बने कोरोना टीकाकरण केंद्र पहुंचा। कागजात जमा करने के बाद उसे यहां बताया गया कि उसे 18वें नंबर पर टीका लगेगा। दोपहर बाद करीब सवा एक बजे जब 22वें नंबर को कोरोना का टीका लगाये जाने लगा तो उसने एतराज किया। तब उसे बताया गया कि उसका नंबर नहीं लगा है, दोबारा नंबर लगवाये, तब टीका लगेगा। इसके बाद सुरक्षाकर्मी हंगामा करने लगा।