गाजीपुर बार्डर पर भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच हुई भिड़ंत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने चेतावनी देने के लहजे में कहा कि यहां कोई मंच पर कब्जा करने की कोशिश करेगा तो बक्कल उधेड़ देंगे। ये लोग फिर प्रदेश में कहीं नज़र नहीं आएंगे।
टिकैत बोले कि वे (बीजेपी समर्थक) यहां आकर अपने किसी नेता का स्वागत करना चाह रहे थे। यह कैसे हो सकता है। यह मंच किसानों का है। किसान संयुक्त मोर्चे के बैनर तले एकजुट हैं। यदि किसी को यहां आना है तो भाजपा छोड़कर आ जाए। मोर्चे में शामिल हो जाए। उन्होंने कहा किे यहां यह दिखाने की कोशिश की गई कि हमने गाजीपुर के मंच पर भाजपा का झंडा फहरा दिया। यह बिल्कुल गलत बात है। ऐसे लोगों के बक्कल उधेड़ देंगे।
किसान नेता ने पुलिस पर भी गड़बड़ी फैलाने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता पिछले तीन दिन से आ रहे हैं। पुलिस उन्हें संरक्षण दे रही है। पुलिस गुंडई छोड़ दे। बीजेपी की वर्कर न बने। यह सारा कुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ है।
हमने नहीं चलाए पत्थर
किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों की ओर से पथराव के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि किसी किसान ने पत्थर नहीं चलाए। उन्होंने लेकिन यदि अब कोई आया तो उसकी गाड़ी नहीं निकलने दी जाएगी। यहां पर गोला-लाठी का सामान तैयार है। यदि कोई मंच की तरफ आएगा तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भाजपा पर आंदोलन पर कब्जा करने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी देने के अंदाज में कहा कि यदि यह रोज-रोज होता रहा तो उनका इलाज कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में वो भी मामला दर्ज कराएंगे।
क्या हुआ था
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नवनियुक्त प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि के स्वागत के लिए यूपी गेट पर आए भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ियों का काफिला जब एक्सप्रेस-वे फ्लाईओवर पर दिल्ली से गाजियाबाद वाली लेन पर किसानों के मंच के सामने पहुंचा तो वहां किसानों और भाजपाइयों में नोकझोंक हो गई। किसानों का आरोप है कि भाजपाइयों ने उन्हें अपशब्द कहे वहीं भाजपाइयों का आरोप है कि किसानों ने अभद्रता की है। उनके खिलाफ नारेबाजी की जिससे हालात बिगड़े। इसके बाद मारपीट और गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई। भाजपाई जहां एसएसपी से शिकायत कर रहे हैं वहीं किसान भी शिकायत तैयार कर रहे हैं।