पिथौरागढ़ में अब पुलिस बेरोजगार होकर घर लौटे प्रवासियों की मदद से साइबर अपराधियों पर नकेल कसेगी। कोरोना के चलते बेरोजगार होकर घर लौटे बड़ी-बड़ी कंपनियों में साइबर सेफ्टी में काम कर चुके प्रवासी साइबर अपराध रोकने को पुलिस की मदद करेंगे। ये साइबर एक्सपर्ट पुलिस जवानों को प्रशिक्षित करेंगे, जिसके बाद जिले के हर थाने में प्रशिक्षित जवानों की तैनाती होगी।साइबर अपराधों को रोकने व अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पिथौरागढ़ पुलिस ने एक नायाब कोशिश शुरू कर दी है।
इसमें बेरोजगार होकर घर लौटे प्रवासियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। बढ़ी-बढ़ी कंपनियों में साइबर सेफ्टी डिपार्टमेंट में काम कर चुके प्रवासी साइबर अपराध रोकने में पुलिस की मदद करेंगे। ये प्रवासी पुलिस जवानों को साइबर अपराधियों के कारनामों व इसे रोकने का प्रशिक्षण देंगे। पुलिस ने ऐसे प्रवासियों से संपर्क कर उनकी सूची तैयार कर ली है। जल्द ही पुलिस विभाग प्रशिक्षण शुरू करने जा रहा है।
तैनात होंगे एक एसआई व दो साइबर एक्सपर्ट
सीओ आरएस रौतेला ने बताया कि जल्द पुलिस जवानों का प्रशिक्षण शुरू होगा। साइबर अपराध रोकने, अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई व लोगों को जागरूक करने के लिए जिले के कोतवाली सहित 15थानों के लिए 45एक्सपर्ट जवान तैयार किए जाएंगे। हर थाने में एक साइबर एक्सपर्ट एक एसआई व दो पुलिस जवानों की तैनाती की जाएगी।
24 घंटे के भीतर साइबर अपराध का खात्मा संभव
सीओ आरएस रौतेला ने बताया कि अधिकतर मामलों में साइबर अपराधी लोगों के खातों से पैसा उड़ा रहे हैं। ऐसे अपराधों का शिकार होने से बचने के लिए लोगों को खुद जागरूक रहना पड़ेगा। बताया अगर अपराधियों का शिकार लोग 24घंटे के भीतर सामने आते हुए पुलिस को सूचना दें तो उनका पैसा वापस मिलने की संभावना काफी गुना बढ़ जाती है।
साइबर अपराधों को रोकने के साथ ही अपराधियों से निपटने के लिए पुलिस विभाग ने साइबर सेफ्टी में काम कर चुके प्रवासियों की मदद का फैसला लिया है। प्रवासी भी अपने अनुभव व जानकारी साझा कर पुलिस की मदद को सामने आ रहे हैं। जल्द उनकी मदद से पुलिस जवानों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसके बाद हर थाने में उनकी तैनाती होगी।