बंगाल विधानसभा से ठीक पहले बीजेपी का हिस्सा बनने वाले पूर्व अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। कोलकाता पुलिस ने उन्हें सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है। चुनाव के दौरान एक विवादित बयान को लेकर पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। इससे पहले भी पुलिस ने एक बार उनके पूछताछ कर चुकी है। अप्रैल मई में हुए चुनाव में मिथुन चक्रवर्ती की ओर से दिए गए एक भाषण को लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें मिथुन पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया गया है।
मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ टीएमसी की ओर से कोलकाता के मानिकताला पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है। दरअसल एक चुनावी सभा में मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी एक फिल्म का डायलॉग दोहराते हुए कहा था कि मैं डसूंगा यहां और तुम्हारी लाश श्मशान में मिलेगी। इस बयान को लेकर ही उनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने 2 मई को आए विधानसभा चुनाव के परिणामों में 293 सीटों में से 213 पर जीत हासिल की है, जबकि बीजेपी ने 77 सीटें हासिल की हैं। हालांकि चुनाव के बाद भी बंगाल में राजनीति तेज है। एक तरफ बीजेपी ने चुनाव बाद टीएमसी पर हिंसा का आरोप लगाया है, वहीं ममता सरकार ने केंद्र सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के 2 मई को नतीजे आने के बाद राज्य में कई जगहों पर हिंसा का तांडव देखने को मिला था। यही नहीं इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी दाखिल की गई है। इसके अलावा कोलकाता उच्च न्यायालय के आदेश पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने 7 सदस्यों की एक टीम का गठन भी हिंसा के मामलों की जांच के लिए किया है। यह दल बंगाल के दौरे पर पहुंचा है।