राजस्थान, पंजाब और केरल के बाद अब मुंबई कांग्रेस में भी आपसी कलह सतह पर आ गई है। पार्टी के एक विधायक जीशान सिद्दीकी ने मुंबई कांग्रेस के चीफ भाई जगताप के खिलाफ सोनिया गांधी को लेटर लिखा है। न्यूज एजेंसी ‘ANI’ से बातचीत में जीशान सिद्दीकी ने कहा कि ‘यह पार्टी का अंदरुनी मामला है और मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को इसके बारे में लिखा है। अगर भाई जगताप वरिष्ठ नेता हैं तो उन्हें मीडिया में आकर इस तरह बयान नहीं देना चाहिए क्योंकि यह पार्टी का अंदरुनी मामला है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वो अब तक यह नहीं सीखे।’ इससे पहले इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मुंबई कांग्रेस चीफ भाई जगताप ने कहा था कि ‘जीशान सिर्फ 27 साल के हैं। मैंने कांग्रेस को 40 साल दिये हैं। मैं सूरज ठाकुर को सपोर्ट करता रहूंगा क्योंकि वो जमीन पर काम करते हैं। मैंने कभी भी जीशान को काम करते नहीं देखा है।’
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में जीशान सिद्दीकी की नाराजगी की 2 अलग-अलग वजहें बताई जा रही हैं। पहली वजह यह है कि मुंबई कांग्रेस की तरफ से जनता को टूल किट बांटने का एक कार्यक्रम हाल ही में किया गया था। लेकिन इस कार्यक्रम में जीशान को आमंत्रित नहीं किया गया था। बताया जा रहा है कि इस बात का उल्लेख जीशान सिद्दीकी ने अपने खत में भी किया है और कहा है कि कार्यक्रम में राज्य के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटील आमंत्रित थे लेकिन स्थानीय विधायक होने के बावजूद मुझे नहीं बुलाया गया।
जीशान सिद्दीकी की नाराजगी की दूसरी वजह यह भी बताई जा रही है कि जीशान का मानना है कि उनके खिलाफ काम करने वालों को पार्टी में ताकत दी जा रही है। जीशान सिद्दीकी का कहना है कि भाई जगताप पार्टी के कुछ नगरसेवकों और अन्य पदाधिकारियों से कह रहे हैं कि हाल ही में संपन्न हुए युवा कांग्रेस के मुंबई अध्यक्ष पद के चुनाव में जिन कार्यकर्ताओं ने जिशान के लिए काम किया है उन्हें मुंबई कांग्रेस में कोई भी पद नहीं दिया जाएगा।
इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि भाई जगताप ने हाल ही में पार्टी में उन 4 कार्यकर्ताओं को फिर से शामिल कर लिया है जिनके खिलाफ साल 2019 में जीशान ने कभी शिकायत की थी। जिसके बाद से जीशान, भाई जगताप की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। बहरहाल अब मुंबई कांग्रेस में उपजे इस आपसी मनमुटाव को पार्टी आलाकमान कैसे सुलझाएगी यह देखना बेहद दिलचस्प होगा। आपको बता दें कि मुंबई के अलावा पंजाब, केरल और राजस्थान में भी पार्टी इस वक्त आतंरिक कलह का सामना कर रही है। हाल के दिनों में इन राज्यों में पार्टी के 2 गुटों के बीच मनमुटाव की खबरें भी खूब सामने आई हैं। जिसे पार्टी आलाकमान किसी तरह शांत कराने में जुटा हुआ है।