संयुक्त किसान मोर्चा ने जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं के लिए गांवबंदी का ऐलान कर दिया है और किसान 26 जून को आंदोलन के सात महीने पूरे होने पर राजभवन पर प्रदर्शन करके राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा की शुक्रवार को कुंडली बॉर्डर धरनास्थल पर बैठक के बाद कामरेड इंद्रजीत सिंह, मनजीत राय, सुमन हुड्डा, विकास सीसर, जंगवीर चौहान, धर्मेंद्र मलिक, रवि आजाद ने कहा कि किसान नेताओं ने कहा कि जेजेपी व भाजपा के नेताओं का विरोध जारी रखा जाएगा और उनके लिए गांवबंदी की जाएगी, जिसके लिए गांवों में अभियान चलाया जाएगा और लोगों से नेताओं को शादी व अन्य किसी भी निजी कार्यक्रम में नहीं बुलाने की अपील की जाएगी। यह जरूर है कि शहर में निजी कार्यक्रम में जाने पर नेताओं का विरोध नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई गई। किसान नेताओं ने कहा कि उन पर कितने भी मुकदमे दर्ज किए जाएं, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं और उनका आंदोलन लगातार बढ़ता जाएगा।उन्होंने कहा कि 26 जून को खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस (Kheti Bachao, Loktantra Bachao Diwas) मनाया जाएगा, जिसके तहत प्रदेश के राजभवन पर प्रदर्शन किया जाएगा और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। किसान नेताओं ने कहा कि जिस तरह से महिलाओं की शिकायत आ रही है, उसको देखते हुए शनिवार तक महिला समिति का गठन कर दिया जाएगा और उसका नंबर सार्वजनिक किया जाएगा।
इस बीच किसान नेताओं ने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के किसानों पर दिए गए बयान की निंदा करते हुए रोष जताया गया है। उन्होंने कहा कि इससे सरकार की हताशा का पता चलता है और वह केवल किसानों को भड़काना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान से कुछ नहीं होने वाला है और आंदोलन आगे तेज होता जाएगा।