राजस्थान में सचिन पायलट कैंप की नाराजगी की आ रही खबरों के बीच एक बार फिर से मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को कहा कि राज्य में जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा। साथ ही कहा कि पार्टी की राज्य इकाई के भीतर कोई समस्या नहीं है। डोटासरा ने संवाददाताओं से कहा, जैसा कि राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन जी ने कहा था राजस्थान में फेरबदल जरूर होगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी सहयोगी जितिन प्रसाद बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। इसके बाद राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित कई और नेताओं के भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जाने लगीं। हालांकि डोटासरा ने पायलट के पार्टी छोड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा, “पायलट हमारे राजनेता और कांग्रेस के एक मजबूत वरिष्ठ नेता हैं। कांग्रेस में कोई समस्या नहीं है। ये सवाल कैसे उठाए जा रहे हैं?”
सूत्रों की मानें तो मंत्रिमंडल फेरबदल विस्तार में शामिल किए जाने वाले नामों को लेकर उच्च स्तर पर लगातार मंथन हो रहा है। माना जा रहा है कि नामों पर चर्चा करने के लिए प्रदेश प्रभारी अजय माकन जून के आखिरी सप्ताह में जयपुर आकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से चर्चा करेंगे। पायलट कैंप के जिन नेताओं के नाम चर्चा में है उनमें रमेश मीणा, मुरारी मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत और बृजेंद्र ओला हैं। इसके अलावा संसदीय सचिवों के लिए मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया में से कोई संसदीय सचिव बनाया जा सकता है। साथ ही वेदप्रकाश सोलंकी का नाम चर्चा में संसदीय सचिवों के लिए चर्चा में है।
इधर, दूसरी ओर मंत्रिमंडल फेरबदल में गहलोत कैंप की ओर से जो नाम चर्चा में है उनमें भरत सिंह कुंदनपुर, खिलाड़ी लाल बैरवा, जितेंद्र सिंह, जाहिदा, राजेंद्र गुढ़ा शामिल हैं। वहीं संसदीय सचिव के लिए सफिया जुबेर और वाजिब अली में से किसी एक को लिया जा सकता है तो वहीं प्रशांत बैरवा और जोगिंदर अवाना का नाम भी धचर्चा में है।