औरंगाबाद जिले के दाउदनगर उपकारा में एक मामले में बंद औरंगाबाद के कैदी विकास कुमार को बुधवार को जेल से रिहा करने से पहले जमकर पीटा गया। पिटाई पांच सौ रुपए नहीं देने को लेकर की गई। बुरी तरह से घायल विकास कुमार का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया है।
घायल विकास ने बताया कि 31 मई को शराब पीने के एक मामले में उसे जेल भेजा गया था। वह दाउदनगर उपकारा में बंद था। मंगलवार को उसकी जमानत होने के बाद उसका भाई बेल बॉन्ड साइन कराने के लिए दाउदनगर पहुंचा था। जेल के सिपाही आर. के यादव को उसके जमानत होने की जानकारी मिल गई थी जो कि गेट पर तैनात है।
उसने बेल बॉन्ड साइन होने से पहले पांच सौ रुपए देने को कहा तो विकास ने मना कर दिया। उसने कहा कि वह जेल में बंद है और उसके पास पैसे नहीं है। सुबह 11:30 बजे से वह उसके भाई को इधर से उधर भगाया रहा। शाम में जब उसके भाई ने पैसे देने की बात स्वीकार कर ली तो बेल बॉन्ड साइन कर दे दिया गया।
उसने सौ रुपए वहां गेट पर सिपाही को दिए थे। बुधवार को उसका भाई दाउदनगर उपकारा पर आया लेकिन उससे पहले करीब 11:30 बजे उसकी जमकर पिटाई की गई। यहां सिपाही रंजीत कुमार और किसी दूसरे कांड में बंद कैदी पिट्टू यादव ने उसे पीटा। उसके पीठ, बांह और पैर पर जमकर लाठी से वार किया गया जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।
केवल पैसे नहीं देने और गलत का विरोध करने के कारण उसकी यहां पिटाई की गई। उसने कई लोगों से इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसे दिन में खाने के लिए कुछ भी नहीं दिया गया। देर शाम उसे यहां से रिहा किया गया। जब उसके भाई ने उसकी हालत देखी तो वह फफक कर रो पड़ा।
परिजनों ने इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से करने की बात कही है। इस संबंध में एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि मामला जेल से संबंधित है। जेल अधीक्षक को इसकी जांच करने के लिए कहा जाएगा। किसी के साथ भी अनावश्यक मारपीट की बात को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
औरंगाबाद के डीएम सौरभ जोरवाल ने कहा, ‘जिस सिपाही ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया है। उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। उसे सस्पेंड कराया जाएगा और विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया जा रहा है।’
आरओ मशीन बनाने का काम करता है विकास
शहर के ही रहने वाला विकास कुमार आरओ मशीन की मरम्मत का काम करते है। पिछले कई सालों से वह इस काम में लगा हुए है। विकास ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व उसने हल्की शराब पी थी और मुफस्सिल थाना पुलिस ने उसे जांच के दौरान पकड़ा था। पहली बार वह शराब पीने में जेल जा रहा था। इससे पहले उसने कभी कोई अपराध नहीं किया है। विकास ने बताया कि बुधवार को जेल में उसे जानवरों की तरह पीटा गया जिससे उसकी तबीयत भी बिगड़ गई। इस पिटाई से वह आहत महसूस कर रहा है। उसने कहा कि जिला प्रशासन इसकी जांच कर उचित कार्रवाई करें।