दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हुई पहलवान सागर राणा हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपी ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार की सुरक्षा के लिए कथित तौर पर खतरा बताए जा रहे दिल्ली-एनसीआर के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को अब मंडोली जेल से तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। सुशील कुमार वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है।
जेल अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि दिल्ली पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और जेल विभाग द्वारा एक संयुक्त सुरक्षा ऑडिट में आकलन किया गया कि जेल में सुशील कुमार की जान के लिए खतरा हो सकता है क्योंकि जिस व्यक्ति सागर की उन्होंने कथित तौर पर हत्या की थी, उसका कथित तौर पर संदीप उर्फ काला जठेड़ी के साथ संबंध था, जो वर्तमान में दिल्ली में मोस्ट वांटेड व्यक्ति है, जिसके दुबई में छिपे होने का शक है और उसकी गिरफ्तारी पर 7 लाख रुपये का इनाम है।चूंकि काला जठेड़ी गैंग के कई सदस्य तिहाड़ जेल में हैं, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां जेल में सुशील कुमार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय कर रही थीं, इससे पहले कि उन्हें मंडोली जेल से तिहाड़ ले जाया जाए, जहां सुशील को 10 दिनों के क्वारंटाइन में रखा गया है।
पुलिस ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई इन दिनों काला जठेड़ी का गैंग चलाता है। सुशील कुमार को गुरुवार (3 जून) को मंडोली जेल लाया गया था और लॉरेंस बिश्नोई को शनिवार को तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।
प्रेस में बयान जारी करने के लिए अधिकृत जेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। हालांकि, एक जेल अधिकारी ने नाम न बताते हुए कहा कि शनिवार की रात बिश्नोई को शिफ्ट कर दिया गया। वह फिलहाल तिहाड़ की जेल नंबर 1 के अंदर एक सेल में बंद है। दोनों व्यक्ति दो अलग-अलग जेल परिसरों में रहेंगे। सुरक्षा कारणों से सुशील कुमार को मंडोली में सिंगल सेल भी आवंटित की गई है।
सागर हत्याकांड वाले दिन सुशील कुमार ने कथित तौर पर सोनू महाल नाम के एक युवक के साथ भी मारपीट की थी जो काला का भांजा है।
एक दूसरे जेल अधिकारी ने भी अपना नाम उजागर न करते हुए कहा कि लॉरेंस बिश्नोई राजस्थान की जेल में था, लेकिन उसे पिछले हफ्ते मंडोली लाया गया। इस मामले में काला का भी नाम शामिल है। जैसा नियम है कि नए कैदियों को पहले मंडोली में रखा जाता है और कोविड-19 लक्षणों के लिए निगरानी की जाती है, बिश्नोई को भी वहां रखा गया था, लेकिन सुशील कुमार को धमकी के कारण इसे अपवाद मानते हुए हमने लॉरेंस बिश्नोई को मंडोली से शिफ्ट कर दिया है।