राजस्थान के स्कूलों में 7 जून से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाएगा। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया है कि हालांकि अभी बच्चों के स्कूल नहीं खुलेंगे। बच्चों को बुलाने को लेकर हालात सामान्य होने पर ही फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी राज्य व संबंधित जिले में जितना प्रतिशत लॉकडाउन खुला होगा, उसी हिसाब से टीचर बुलाए जाएंगे। जब तक सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह नहीं खुल जाता, तब तक शाला प्रधान शिक्षक को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं कर सकते क्योंकि बहुत से टीचर अन्य जिलों से आते हैं।
आपको बता दें राजस्थान सरकार ने मार्च-अप्रैल माह में कोरोना के चलते पहली से 9वीं और 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा पास करने का फैसला किया था। इसके बाद 2 जून को हुई कैबिनेट बैठक में 10वीं और 12वीं आरबीएसई बोर्ड परीक्षाएं न कराने का फैसला लिया गया। डोटासरा ने कहा कि जल्द ही शिक्षा विभाग व राजस्थान बोर्ड के अधिकारी मिलकर मूल्यांकन नीति व मार्किंग फॉर्मूला तय करेंगे। अगर कोई छात्र इस फॉर्मूले से मिले मार्क्स से अंसुष्ट होता है तो उसे हालात ठीक होने पर परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
शुक्रवार को जारी दिशानिर्देशों में कहा गया है कि स्कूलों में फिलहाल विद्यार्थी नहीं आएंगे। स्कूल में 50 फीसदी स्टाफ ही आएगा। मुख्यालय छोड़े चुके शिक्षक 10 जून के बाद परिवहन साधन संचालन अनुमत होने पर मुख्यालय पर उपस्थित हो सकेंगे। संस्था प्रधान द्वारा ऐसे शिक्षकों को बाध्य नहीं किया जाएगा।
स्कूली विद्यार्थियों को घर पर रहते हुए वैकल्पिक अध्ययन के तहत आओ घर में सीखे 2.0 चलाया जाएगा। इसके लिए व्हाट्सएप ग्रुप निर्माण, पेरेंट्स से संपर्क आदि काम 19 जून तक किए जाएंगे। इसके बाद बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा।