कोरोना वायरस महामारी और प्रतिबंधों की वजह से उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन करीब एक महीने बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए और उन्होंने अपनी सत्तारूढ़ पार्टी की एक बैठक की अध्यक्षता की। साथ ही चरमराती अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के प्रयासों पर चर्चा के लिए वृहद राजनीतिक सम्मेलन करने का आह्वान किया।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार समिति ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने शनिवार को बताया कि किम ने इस बात की सराहना की कि पार्टी के ‘वैचारिक उत्साह’ और आत्म निर्भरता के लिए लड़ाई की भावना के चलते काफी काम किया जा रहा है। शुक्रवार को पोलितब्यूरो की बैठक में आए किम छह मई के बाद से पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखे। तब उन्होंने उत्तर कोरियाई सैनिकों के परिवारों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं थीं।
महामारी के कारण सीमाएं बंद होने से उत्तर कोरिया की पहले से ही अस्थिर अर्थव्यवस्था और चरमरा गई है। सीमाएं बंद होने से उसके प्रमुख सहयोगी चीन के साथ व्यापार कम हो गया है। केसीएनए की खबर के अनुसार किम ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर कोरिया को ”प्रतिकूल परिस्थितियों और माहौल से पैदा हुई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। खबर में किम द्वारा अमेरिका या दक्षिण कोरिया के बारे में कोई टिप्पणी किए जाने का जिक्र नहीं किया गया।
उत्तर कोरिया ने किम और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फरवरी 2019 में हुई दूसरी शिखर वार्ता नाकाम रहने के बाद से परमाणु वार्ता बहाल करने की अपीलों को अब तक नजरअंदाज किया है।