पीएनबी घोटाला मामले का आरोपी और फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी बच जाएगा या उसे भारत लाने का रास्ता साफ हो जाएगा, आज डोमिनिका कोर्ट के फैसले से यह स्पष्ट हो जाएगा। मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण केस की आज डोमिनिका कोर्ट में सुनवाई है। इससे पहले डोमिनिका की एक अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को अगले आदेश तक कैरिबियाई द्वीपीय देश से कहीं और भेजने पर रोक लगा दी थी।
इधर, जांच एजेंसी सीबीआई के डीआईजी के नेतृत्व में विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों की एक विशेष टीम फरार हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को लाने के लिए डोमिनिका में है। बताया जा रहा है कि सुनवाई से पहले भारतीय अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने चोकसी आधार, स्थायी खाता संख्या (पैन) और राशन कार्ड सहित दस्तावेज एकत्र किए हैं ताकि डोमिनिका कोर्ट में यह साबित हो सके कि भगोड़े व्यवसायी ने अपनी भारतीय नागरिकता कभी नहीं छोड़ी। यदि इस कैरिबियन द्वीप देश की अदालतें चोकसी को भारत निर्वासित करने की अनुमति देती हैं तो उसे वापस लाया जा सकेगा।
इस टीम में सीबीआई के दो सदस्य हैं। अधिकारियों की टीम डोमिनिका पहुंच गई है जहां चोकसी का मामला बुधवार को डोमिनिका के उच्च न्यायालय के समक्ष सुनवाई के लिए लाया जाएगा। चोकसी 23 मई को एंटीगुआ से रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था जहां वह 2018 से एक नागरिक के रूप में रह रहा है। उसे पड़ोसी डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने पर हिरासत में लिया गया था।
मेहुल चोकसी को वापस लाने और स्थानीय अभियोजकों के साथ समन्वय के लिए अधिकारियों की टीम डोमिनिका पहुंच गयी है। टीम स्थानीय अभियोजकों के साथ समन्वय कर रही है ताकि उच्च न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष बेहतर तरीके से पेश किया जा सके। टीम का यह भी तर्क है कि चोकसी अब भी भारतीय नागरिक है और उसके खिलाफ इंटरपोल रेड नोटिस जारी है।
चोकसी पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये के कर्ज धोखाधड़ी मामले में वांछित है। चोकसी को आखिरी बार रविवार को एंटीगुआ एंड बारबुडा में अपनी कार में रात्रि भोजन के लिए जाते हुए देखा गया था। डोमिनिका सरकार ने बीते बृहस्पतिवार को (स्थानीय समयानुसार) चोकसी की देश में मौजूदगी की पुष्टि की थी और बताया था कि उसे अवैध प्रवेश के कारण हिरासत में लिया गया है।