राजस्थान के भरतपुर दंपति मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। डॉक्टर दंपति के हत्याकांड मामले में पुलिस ने जानकारी दी है कि दो अपराधियों में से एक ने करौली एसपी के सामने खुद को सरेंडर कर दिया है। अपराधी का नाम महेश है हादसे वाले दिन जिस बाइक पर बैठकर बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया उसे महेश ही चला रहा था। पुलिस ने 300 जवानों के साथ सिंघरावली गांव में आपराधियों का घेराव किया। लोकिन महेश वहां से फरार हो चुका था। जिसके बाद पुलिस ने अपराधी के दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया।
जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने बताया कि शुक्रवार को हुए डॉक्टर दंपति हत्याकांड में मुख्य आरोपियों का सहयोग करने वाले अटलबंदगेट के निवासी गोवर्धनसिंह उम्र 25 साल और कुन्देर थाना उच्चौन के निवासी सलोभन सिंह उम्र 22 साल को गिरफ्तार किया है। हत्याकांड के आरोपी अनुज गुर्जर व उसके ममेरे भाई महेश गुर्जर के जीजा दौलत उर्फ भोलू ने हत्याकांड में उपयोग की गई बाईक को उपलब्ध करवाया था।
घटना के अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी दौलत के घर पर पहुंचे जहां दौलत ने उच्चौन थाने कुंदेर निवासी निर्भान सिंह को फोन किया और उसे बताया कि जैसे पहले योजना बनाई गई थी उसी हिसाब से काम होगा। इसके बाद दौलत ने हमलावरों को निर्भान के पास भेजा। पुलिस ने कहा कि वह जल्दी ही मुख्य अपराधी अनुज को भी गिरफ्तार कर लेगी।
राजधानी जयपुर से मात्र साढ़े तीन घंटे की दूरी पर स्थित भरतपुर में शुक्रवार को दो बदमाशों ने दिनदहाड़े डॉक्टर दंपति को मौत के घाट उतार दिया। 2 साल पहले श्री राम अस्पताल भरतपुर की रिसेप्शनिस्ट दीपा और उसके 8 साल के बच्चे को जलाने के मामले में डॉक्टर सुदीप गुप्ता और उनकी पत्नी सीमा गुप्ता को जेल हुई थी। जानकारी के अनुसार कई दिनों से डॉ.दंपति को जान से मारने की धमकी मिल रही थी।