बाराबंकी जिले के नसीरपुर गांव में रविवार की देर रात घर में मां के साथ सो रही 7 वर्षीय बच्ची को अगवा कर उसकी हत्या कर दी गई। बालिका के लापता होने की जानकारी मां को हुई तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। गांव से दूर एक तालाब में उतराया हुआ बालिका का शव बरामद हुआ। घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। बालिका की मौत की जानकारी होते ही घर में कोहराम मच गया। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को तालाब से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हत्यारे ने बालिका की एक आंख भी फोड़ दी थी। पिता की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
सफदरगंज थाना के गांव नसीरपुर निवासी रमेश गौतम की 7 वर्षीय पुत्री अनन्या रविवार की रात घर से गायब हो गई। रात करीब 11:00 बजे जब रमेश की पत्नी की नींद खुली तो अनन्या को गायब देखा। उसकी तलाश की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। वह चीख चीख कर रोने लगी। परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। अनन्या के गायब होने की बात पता चलने पर वह सभी टॉर्च लेकर गांव और आसपास अनन्या को खोजने लगे।
तालाब में मिला शव : परिजन व ग्रामीण अनन्या को तलाश करते हुए गांव से 800 मीटर दूर चंदना तालाब के पास पहुंचे। तालाब में अनन्या के उतराते शव को देखकर सभी सन्न रह गए। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई। मासूम का शव देख कर घर में चीख-पुकार मच गई। घटनास्थल पर पुलिस भी पहुंची।
हत्यारे ने फोड़ी बालिका की आंख: पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकलवाया। हत्यारे द्वारा गला दबाकर मासूम की हत्या किए जाने की बात कही जा रही है। हत्यारे ने बालिका की बाई आंख भी फोड़ दी थी। उसके नाक से भी खून बह रहा था। पिता रमेश गौतम ने पुत्र की हत्या के मामले में नामजद तहरीर पुलिस को दी। उसने गांव के ही अजय पर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
घर से अगवा की गई थी बालिका: मृतका की रोती बिलखती मां ने बताया कि उनके रिश्तेदारी में शादी है। जिसका कार्ड बांटने के लिए उसके पति रमेश जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव गए थे। वह रात में वहीं रुक गए थे। उसने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ घर के अंदर कमरे में सोई थी। अनन्या उसके साथ चारपाई पर थी। दरवाजे की कुंडी के अंदर से लगी थी लेकिन उसे बाहर से हाथ डालकर खोला जा सकता है। उसने बताया कि हत्यारे ने दरवाजा खोल कर उसकी पुत्री को अगवा किया है। नींद में होने के कारण उसे इसकी जानकारी नहीं हो सकी थी। घटना की जानकारी रमेश को हुई तो वह रात में ही घर पहुंचा था। उसने बताया कि बच्चों के विवाद व अन्य मामलों को लेकर भी अजय और उसके परिवार से अक्सर झगड़ा होता है करता था।