आलू आमतौर पर हर किसी की पसंदीदा सब्जी है। बचपन से ही सभी को आलू खूब खिलाया जाता है। बड़ों को भी लगभग हर सब्जी में आलू चाहिए। पूरे विश्व में आलू को एक प्रमुख आहार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आलू में सबसे अधिक मात्रा में स्टार्च पाया जाता है और कई पोषक तत्वों से भरपूर है। यह हर किसी के मन में सवाल आता है कि रोज आलू खाना फायदेमंद है या नहीं? रोज आलू खाने से आखिर क्या होता है? www.myupchar.com से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्त शुक्ला का कहना है कि आलू खाने में स्वादिष्ट तो होते ही हैं, लेकिन इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं।
आलू सिर्फ कार्बोहाइड्रेट के अलावा अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आलू का छिलका पोटेशियम में समृद्ध है और इसमें मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, सोडियम और कैल्शियम के तत्व होते हैं। ये भी विटामिन सी और फाइबर से भरपूर होते हैं जो त्वचा और आंत के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
आलू में कैल्शियम, मैग्नीशियम और जिंक की उपस्थिति हड्डी की संरचना और ताकत बढ़ाने में मदद करती है। जिंक और आयरन शरीर में कोलेजन की परिपक्वता के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। इसका सेवन गठिया से राहत देने में मदद करता है। इसके अलावा उबलते आलू का पानी गठिया के दर्द और सूजन से राहत देता है।
आलू के बारे में सबसे आम मिथकों में से एक यह है कि यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लिए भी जिम्मेदार है। आलू में कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता है। यह खाना पकाने की प्रक्रिया है जो इसमें कोलेस्ट्रॉल को जोड़ती है। जैसे तलकर (डीप फ्राइंग) आलू का सेवन करना। विटामिन बी 6, विटामिन सी, फाइबर, पोटेशियम और कोलेस्ट्रॉल की अनुपस्थिति हृदय के अच्छे स्वास्थ्य की शुरुआत है।
अपने शरीर में एक स्वस्थ रक्तचाप स्तर बनाए रखने के लिए, आहार में सोडियम की कम मात्रा का सेवन करना महत्वपूर्ण है। लेकिन पोटेशियम का सेवन बढ़ाना उतना ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने में मदद करता है। कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे अन्य पोषक तत्व भी शरीर के रक्तचाप को स्वाभाविक रूप से कम करने के लिए जाने जाते हैं।
www.myupchar.com के अनुसार, आलू का सेवन रोज किया जा सकता है, बशर्ते इसके पोर्शन कंट्रोल की कला जानते हो। मुश्किल और सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि हर दिन इसके छोटे पोर्शन का सेवन करें। अपने आहार में मध्यम आकार के आलू को शामिल करने से कोई नुकसान नहीं होगा और इससे स्वस्थ जीवन जीने में भी मदद मिल सकती है। दो सबसे आम गलतियां जो लोग करते हैं, वह यह है कि आलू से तैयार खाद्य पदार्थों के वेरिएंट का सेवन करते हैं जो या तो डीप फ्राइड होते हैं और दूसरा यह है कि मात्रा के बारे में भूल जाते हैं और चिप्स का पूरा पैकेट खत्म कर देते हैं।
अपने आहार में डाइट को शामिल करने के हेल्दी तरीके अपनाएं। साइड डिश की तरह तैयार करके अपनी प्लेट में आलू को पूरी जगह का सिर्फ एक-चौथाई हिस्सा दें। आलू के आकार को न बढ़ाएं। मध्यम आकार कम्प्यूटर के माउस के बराबर है। आलू पकाने के ऐसे तरीके चुनें, जिसमें किसी भी तरह की फ्राइंग शामिल नहीं है। बेकिंग, रोस्टिंग या स्टीमिंग चलेगा। जितने चाहें उतने मसाला डालें, लेकिन अपने आलू में जरा संभल कर नमक मिलाएं।