वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। फाइनल मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच साउथैम्पटन में 18 से 22 जून तक खेला जाएगा। तमाम पूर्व क्रिकेटर्स का मानना है कि फाइनल मैच में न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी रहने वाला है। दिग्गजों का कहना है कि इंग्लैंड के खिलाफ जून में दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने का फायदा कीवी टीम को मिलेगा। हालांकि, भारतीय फैन्स को इन बयानों को लेकर बिलकुल भी मायूस होने की जरूरत नहीं है। साल 2015 से विदेशी सरजमीं पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड जबरदस्त रहा है और इस बात की गवाही आंकड़े भी देते हैं।
टीम इंडिया साल 2015 से विदेशी दौरों पर जीत दर्ज करने के मामले में नंबर वन रही हैं। भारत ने 2015 से लेकर खेले 32 मुकाबलों में से 15 में जीत हासिल की है। हालांकि, भारत के एकदम पीछे लिस्ट में इंग्लैंड है, जिन्होंने 39 मैचों में से 14 में विदेशी धरती पर मुकाबले को अपने नाम किया है। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर 11 जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया का नाम है, जबकि चौथे पर पाकिस्तान है। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सबसे ज्यादा 5 टेस्ट मैच जीते हैं। इसके बाद टीम ने कंगारू टीम को उनके घर में चार टेस्ट मुकाबलों में शिकस्त दी है। हालांकि, भारतीय टीम इस दौरान इंग्लिश टीम की धरती पर सिर्फ एक ही जीत दर्ज कर सकी है। यही हाल साउथ अफ्रीका में भी रहा है।
पिछले एक साल में टीम इंडिया का प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में बेमिसाल रहा है। हाल ही में कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 3-1 से पटखनी दी थी। इससे पहले टीम ने ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में हराकर लगातार दूसरी बार ट्रॉफी पर कब्जा किया था। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम ने टिम पेन की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को 32 साल बाद गाबा के मैदान पर हार का स्वाद चखाया था।