खिचड़ी को देखकर आप कितना ही मुंह बना लें लेकिन खिचड़ी आपकी सेहत के लिए किसी प्रोटीन फूड से कम नहीं है। दाल-चावल, सब्जियां और मसाले एक-साथ मिलकर खिचड़ी की गुडनेस बढ़ा देते हैं। आप अगर डाइट पर हैं और बिना कमजोरी वेट लॉस करना चाहते हैं, तो हफ्ते में दो दिन खिचड़ी खाना शुरू कर दें। कई सेलिब्रिटीज भी वेट लॉस करने के लिए खिचड़ी को अपनी डाइट में शामिल करके देख चुके हैं। मिलिंद सोमन और शहनाज गिल की फिटनेस में खिचड़ी डाइट का खास रोल रहा है।
खिचड़ी खाने से कैसे कम होता है वजन
वजन कम करते वक्त शरीर में प्रोटीन का लेवल बरकरार बहुत जरूरी है । ज़्यादा प्रोटीन का मतलब होता है ज्यादा लीन मसल्स। पारंपरिक खिचड़ी मूंग दाल से बनाई जाती है, जो प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होती है। जिसकी वजह से आपका पेट ज्यादा समय के लिए भरा रहता है। जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और फास्ट फूड खाने की क्रेविंग भी नहीं होती।
खिचड़ी के और भी है फायदे-
पेट की समस्याओं से मिलती है राहत
जिन लोगों को अक्सर पेट से जुड़ी समस्याएं रहती हैं, उन्हें अलग-अलग दाल और फलियों के साथ मिलकार खिचड़ी बनानी चाहिए और दिन में कम से कम एक बार जरूर खानी चाहिए। कब्ज की शिकायत होने पर भी खिचड़ी खाने से लाभ होता है।
लूज मोशन के बाद की कमजोरी को करती है दूर
अगर किसी को लूज मोशन की समस्या है, तो ऐसे में छिलकेवाली मूंग दाल की खिचड़ी खानी चाहिए। यह खिचड़ी सूखी नहीं बल्कि कुछ अधिक लिक्विड वाली बनानी चाहिए। इससे लूज मोशन और पेट दर्द में तुरंत राहत मिलती है। साथ ही इससे शरीर में कमजोरी भी नहीं आती।
बॉडी को डिटॉक्स करती है खिचड़ी
कफ, फीवर, वीकनेस होने पर खिचड़ी खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है और बॉडी जल्दी हील कर पाती है। खिचड़ी बॉडी को डिटॉक्स करने का काम भी करती है।
शुगर कंट्रोल करती है खिचड़ी
डायबिटीज के मरीजों और डाइट कंट्रोल में जुड़े लोगों को हर दिन एक टाइम खिचड़ी का सेवन करना चाहिए। इससे शुगर कंट्रोल रखने और वजन को कम करने में मदद मिलती है।
वेट कंट्रोल और डाइजेशन के लिए बेहतर
जो लोग डेस्क जॉब करते हैं, उन्हें कई-कई घंटों तक एक ही जगह बैठकर काम करना पड़ता है। उनके लिए खिचड़ी बहुत अधिक लाभकारी हो सकती है। वे डिनर में खिचड़ी खा सकते हैं। हर दिन अलग दाल और बीन्स के साथ खिचड़ी खाई जा सकती है।