गुजरात के गिर सोमनाथ में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के बाद पुलिस ने करीब 2,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास और दंगा फैलाने के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की है। घटना में करीब छह पुलिसकर्मी और कई अन्य लोग घायल हो गये हैं। एक अधिकारी ने सोमवार को इस बारे में बताया। रविवार को हुई घटना से संबंधित प्राथमिकी में इसी तरह के अपराधों के लिए 47 अन्य लोगों का नाम भी दर्ज है।
उन्होंने बताया कि गिर सोमनाथ के उना तालुका के नवा बंदर गांव स्थित जेट्टी में मछली पकड़ने की दो नौकाओं की टक्कर के बाद यह विवाद पैदा हुआ। अधिकारी ने बताया कि अलग-अलग समुदायों से करीब 1,500 से 2,000 लोगों ने कथित रूप से एक दूसरे पर लाठी-डंडों, तलवार और लोहे और प्लास्टिक की पाइपों से वार किया और पत्थर तथा खाली बोतलें भी फेंकी।
नवा बंदर मरीन पुलिस थाना से एक अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए दखल दिया तो दंगाइयों ने उन भी हमला किया जिससे सहायक पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश जट, दो उपनिरीक्षक और तीन कांस्टेबल समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गये। उन्होंने बताया कि पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
उन्होंने बताया कि रविवार देर रात हुई घटना के संबंध में दोनों समुदायों से 47 ज्ञात और 1,500 से 2,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 307 (हत्या के प्रयास), 332, 333 (लोकसेवकों को जानबूझकर गंभीर रूप से चोट पहुंचाने), 337, 338 (मानव जीवन को नुकसान पहुंचाने वाले कृत्य करना), 143 (गैर कानूनी रूप से जमा होना), 147 और 148 (दंगा फैलाना) के तहत मामले दर्ज किये गये हैं।
अधिकारी ने बताया दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि झड़प के बाद पास के तीन पुलिस थानों उना, गिर्गाधादा और कोडिनार से बड़ी तादाद में पुलिसकर्मियों के साथ स्थानीय अपराध शाखा और विशेष अभियान समूह से कर्मियों को भीड़ पर नियंत्रण के लिए भेजा गया।