नाइजीरिया के 41 वर्षीय एक व्यक्ति को दक्षिणी दिल्ली के खानपुर इलाके में रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई करने का झांसा देकर लोगों से कथित धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया ।
पुलिस ने बताया कि आरोपी चियूकीम डेनियल पी ई को एक पीड़ित की शिकायत के आधार पर किराये के मकान से गिरफ्तार किया गया। पीड़ित व्यक्ति ने आरोप लगाया कि इंजेक्शन के लिए एडवांस पेमेंट करने के बाद भी आरोपी ने उसकी सप्लाई नहीं की।
शिकायतकर्ता के अनुसार, उसका एक परिचित कोविड-19 से पीड़ित था और तत्काल तीन रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी और डॉक्टरों ने उसे इसकी व्यवस्था करने की सलाह दी थी। जब वह इसे खरीद पाने में विफल रहा तो सोशल मीडिया से मिले एक नंबर पर संपर्क किया। आरोपी प्रति इंजेक्शन 25,000 रुपये की दर से देने पर सहमत हुआ और इसके लिए अग्रिम 10,000 रुपये की मांग की और इसके भुगतान के बाद भी उसने इंजेक्शन की सप्लाई नहीं की।
पुलिस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत बुधवार को मोहन गार्डन पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया और जांच के बाद धोखाधड़ी के आरोपी नाइजीरियाई नागरिक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली में कोरोना से 7288 हुए स्वस्थ, 252 की मौत
दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 7,288 और मरीज स्वस्थ हुए, लेकिन इस दौरान 252 और मरीजों की मौत हो गई। राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालों की संख्या नए संक्रमितों से अधिक रही। इस दौरान नए मामलों की संख्या 3,009 रही। राजधानी में नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली में शुक्रवार को एक्टिव मामले 4,531 और घट कर 35,683 पहुंच गए।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में में 3,009 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 14,12,959 तक पहुंच गई है, जबकि 7,288 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 13,54,445 हो गई। इस दौरान 252 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 22,831 पर पहुंच गया। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.61 फीसदी रह गई है। मृतकों के मामले में देशभर में दिल्ली तीसरे स्थान पर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 63,190 नमूनों का परीक्षण किया गया। इसके साथ ही अब तक हुई जांच संख्या बढ़कर 4.96 करोड़ के पार पहुंच गई है। प्रत्येक 10 लाख आबादी पर जांच का औसत 9,78,736 है। इस बीच राजधानी में कंटेनमेंट जोन की संख्या घट कर 50,076 पहुंच गई है।