दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तीस हजारी कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। पुलिस ने 3,224 पेज की अपनी चार्जशीट में लाल किले पर हुई हिंसा को पूर्व नियोजित बताया है। बताया जा रहा है कि कोर्ट 28 मई को चार्जशीट पर सुनवाई शुरू कर सकती है।
चार्जशीट में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू समेत कुल 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस के अनुसार, सिद्धू, इकबाल सिंह और मोहिंदर सिंह खालसा सहित 16 में से 13 आरोपी जमानत पर हैं, जबकि अन्य तीन आरोपी मनिंदर सिंह, खेमप्रीत सिंह और जबरजंग सिंह अब भी न्यायिक हिरासत में हैं।
पुलिस ने कहा है कि इस हिंसा की पहले से ही तैयारी थी। इसे अचानक हुई हिंसा कहना गलत है, क्योंकि दंगाई हथियारों के साथ वहां आए थे। उनके पास तलवार, हॉकी, डंडे जैसे घातक हथियार थे। इन्होंने वहां जमकर उपद्रव मचाया। पुलिस के मुताबिक, ट्रैक्टर रैली की आड़ में इस हिंसा को अंजाम दिया गया। पुलिस ने किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करने की अनुमति दी थी, लेकिन ट्रैक्टर के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर करीब तीन सौ उपद्रवी वहां पहुंचे थे। वहां उन्होंने लाल किले के अंदर बलपूर्वक प्रवेश कर जमकर उत्पात मचाया। एक समय तो ऐसा आया कि उपद्रवियों ने लाल किले पर कब्जा कर लिया था। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि यह किसी भी हाल में संभव नहीं है कि बिना किसी साजिश के ऐसा करना संभव हो पाता। साजिश इतनी बड़ी थी कि कोई अंदाजा ही नहीं लगा पाया कि किसान रैली के आड़ में दंगा किया जाएगा।
44 एफआईआर दर्ज, अब तक 150 गिरफ्तारियां
चार्जशीट में बताया गया कि इस हिंसा में दिल्ली पुलिस समेत सुरक्षा एजेंसियों के करीब पांच सौ से ज्यादा कर्मी जख्मी हुए। कई पुलिसकर्मी तो गंभीर रूप से जख्मी हुए। पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा कर्मियों पर किया गया यह हमला जानलेवा था। इस बाबत दिल्ली पुलिस ने विभिन्न स्तर पर जांच कर 44 एफआईआर दर्ज की हैं। अब तक 150 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इस मामले में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू के अलावा, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वॉन्टेड मनिंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जिसे 26 जनवरी को हिंसा भड़कने पर दोनों हाथों से तलवारें लहराते देखा गया था। 26 जनवरी के दिन मनिंदर सिंह द्वारा लाल किले पर लहराई गई 4.3 फीट आकार की दो तलवारों को भी दिल्ली के स्वरूप नगर स्थित उसके घर से बरामद किया गया था। उसे घटना वाले दिन लाल किले की प्राचीर पर दो तलवारें लहराते हुए एक वीडियो में देखा गया था, जब प्रदर्शनकारी किले की ओर दौड़े थे। इस मामले में कई आरोपी अब भी गिरफ्त में नहीं आए पाए हैं। दिल्ली पुलिस को इनकी तलाश है।
सीसीटीवी फुटेज को बनाया अहम सबूत
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने लाल किला, उसके आस-पास व लाल किले की तरफ जाने वाली सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की घटना के समय की फुटेज, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो आदि को अहम साक्ष्य के तौर पर पेश किया है। इसी के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। इसके अतिरिक्त आरोपियों के मोबाइल फोन रिकॉर्ड को भी चार्जशीट के साथ संलग्न किया गया है। यह आरोपियों के घटनास्थल पर मौजूदगी को दर्शाता है।
पुलिस ने अदालत में चार्जशीट दायर करते हुए कहा कि अभी इस मामले में जांच जारी है। नए तथ्य सामने आने पर इस मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दायर की जा सकती है।