महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में तबाही मचा रहे चक्रवाती तूफान तौकते का असर बुधवार को राजधानी दिल्ली में दिनभर रहा। प्रचंड गर्मी वाले मई माह में सावन के महीने का एहसास हुआ। दिनभर बारिश की फुहारें और ठंडी हवाएं चलती रहीं। दिन का तापमान सामान्य से 11 डिग्री नीचे खिसक गया। अभी इसमें और गिरावट आने का आसार है क्योंकि अभी गुरुवार को भी तौकते का असर रहेगा। शुक्रवार को राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम में बदलाव पिछले तीन दिनों से बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ और तौकते तूफान के कारण आसमान में बादलों का जमावड़ा बना रहा। आद्रता बढ़ने से चिपचिपी गर्मी शुरू हो गई थी। शरीर का पसीना नहीं सूख रहा था। गुजरात व महाराष्ट्र से लगभग एक हजार किलोमीटर दूर तक पहुंचने में तूफान तो कमजोर हो गया, लेकिन हवा का कम दबाव बना रहा। बुधवार को सुबह से बारिश शुरू हुई तो दिनभर चलती ही रही। कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश से पारा लुढ़क गया। निजी अंतरराष्ट्रीय मौसम वेबसाइटों पर तो दोपहर में दिन का तापमान 22 डिग्री के करीब दिखा रहा था। इससे लोगों को अपने घरों में एसी, कूलर व पंखा तक बंद करना पड़ गया।
24 घंटे में 22.2 मिली मीटर बारिश हुई
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में कुल 22.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है। सुबह के वक्त काफी तेज बारिश हुई है। इसमें सुबह 8.30 बजे तक 13 मिलीमीटर हो गई थी। इसके बाद रात 8.30 बजे तक 9.2 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई है। गुरुवार को भी दिनभर बारिश के आसार हैं। शुक्रवार को बारिश की संभावना तो नहीं है, लेकिन बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।
पारा लुढ़का
दिन भर हुई बारिश के कारण दिन और रात का पारा लुढ़क गया। दिन का सामान सामान्य से 11 डिग्री कम रिकॉर्ड हुआ है। अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ है। एक दिन पहले यह सामान्य से नौ डिग्री कम यानी 30.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। वहीं रात का तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री कम हो गया है। न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ है। मंगलवार को यह 25.6 डिग्री दर्ज हुआ था।
चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ के कारण कारण गुरुवार को भी दिनभर बारिश के आसार हैं। शुक्रवार को मौसम साफ होने की उम्मीद है। बारिश नहीं होगी लेकिन बादलों की आवाजाही बनी रहने के आसार हैं। – जेपी गुप्ता, निदेशक आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र