लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क के पास स्थित सुलभ आवास में ए19/13 निवासी प्रिंस सिंह की चार वर्षीय बेटी अनाया सिंह परिसर में खेल रही थी। तभी तीन-चार कुत्ते उसपर झपट पड़े। उसे कई जगह काट लिया। बच्ची की चीखने की आवाज सुनकर लोग दौड़े और किसी तरह उसे बचा सके। स्टाफ नर्स नेहा यादव सुबह 15 अप्रैल को क्लीनिक जा रही थी। तभी कुत्तों ने हमला कर दिया। उनके हाथ और पैर में कई जगह काट लिया।
इसी तरह गोमतीनगर विस्तार में सुलभ आवास के आसपास कुत्तों ने पिछले डेढ़ माह में दो दर्जन से ज्यादा लोगों को काट कर घायल कर चुके हैं। जनेश्वर मिश्र पार्क से सुलभ आवास परिसर तक सड़क पर घूम रहे आवारा कुत्तों से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। छोटे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं।
घर से निकलने में लगता है डर
यहां के अतुल मिश्रा ने बताया कि उनके पुत्र रितेश व पुत्री हंशिका को कुत्तों ने काट लिया था। बच्चों को घर से निकलने में डर लग रहा है। अल्पना सिंह ने बताया कि वह शनिवार को सूर्योदय से पहले पूजा के लिए जाती थी। उनके पीछे पांच-छह कुत्ते लग जाते थे। कुत्तों के डर से मंदिर जाना बंद कर दिया। शम्भु कुमार ने बताया कि उनके बेटे हरिशंकर को कुत्तों ने दौड़ाकर काट लिया था। निजी क्लीनिक में जाकर एण्टी रैबीज का इंजेक्शन लगवाया।
नगर निगम व एलडीए से कई बार कुत्तों के आतंक की शिकायत की जा चुकी है। कुत्तों को पकड़ने के लिए टीम भेजने के लिए आग्रह किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। नगर निगम के अधिकारी एलडीए पर टाल रहे हैं। लोगों में दहशत का माहौल है।
सुरेन्द्र पॉलीवाल, अध्यक्ष सुलभ आवासीय वेलफेयर सोसाइटी
गोमतीनगर विस्तार अभी नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। वहां पर कोई अभियान नहीं चलाया जा सकता है। वहां की जिम्मेदारी एलडीए की है। उन्हीं को कुत्तों को पकड़ने का इंतजाम करना होगा।
डॉ. अरविंद राव, संयुक्त निदेशक नगर निगम
एलडीए के पास कुत्तों को पकड़ने की कोई व्यवस्था नहीं है। समस्या के समाधान के लिए नगर निगम से बात करके कुत्तों को पकड़वाया जाएगा। जो खर्च आएगा उसका नगर निगम को भुगतान किया जाएगा।
इंदु शेखर सिंह, मुख्य अभियंता एलडीए