कोरोना आपदा को अवसर में बदलने का मंत्र कई लोगों ने पूरी तरह से अपना लिया है। जिंदा लोगों की तो छोड़िये अब मुर्दों से भी रुपये वसूले जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है बिहारशरीफ के जलालपुर मोहल्ले से। मोहल्ले के लोगों ने वार्ड पार्षद पर आरोप लगाया है कि दाह-संस्कार के लिए मृतक के परिजन से 16 हजार 500 रुपये वसूल किये गये। लोगों ने डीएम योगेन्द्र सिंह को आवेदन देकर दोषियों पर कार्रवाई की गुहार लगायी है। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है।
रविवार को मामले का वीडियो वायरल होने के बाद खलबली मच गयी। वीडियो में नगर निगम के दो कर्मी शव को कूड़ा ढोने वाले ठेले पर लादकर मुक्ति धाम के अंदर ले जाते दिख रहे हैं। कर्मी पीपीई किट में हैं। लेकिन, शव को सिर्फ चादर से ढंका गया है। मोहल्ले के लोगों के साथ परिजनों ने भी कोरोना से किरायेदार युवक की मौत होने की आशंका जतायी है।
13 मई को हुई थी मौत
मोहल्लेवालों का कहना है कि साईं मंदिर के पास रामजी रविदास के मकान में मनोज कुमार उर्फ गुड्डू अपनी मां और पत्नी के साथ किराये पर रहता था। 13 मई को सुबह चार बजे बीमारी से उसकी मौत हो गयी। परिजन के साथ स्थानीय लोग भी कोरोना से मौत होने की आशंका जता रहे थे।
इस मामले को लेकर डीएम योगेन्द्र सिंह ने कहा कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल का कहना है कि नगर निगम के ठेले का इस्तेमाल किसके आदेश पर किया गया, इस बात की जांच की जाएगी। संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वार्ड पार्षद ने मांगे 22 हजार रुपये
जलालपुर सेवा समिति के लोगों ने डीएम को आवेदन दिया है। आवेदन के अनुसार मौत की सूचना पाकर वार्ड संख्या आठ के पार्षद सुशील कुमार मिट्ठू वहां पहुंचे। उस समय दर्जनों लोग वहां मौजूद थे। वार्ड पार्षद ने बताया कि निगम में एक कमेटी का गठन हुआ है। इसमें निर्णय लिया गया है कि निगम दाह-संस्कार के लिए 22 हजार रुपये लेगा। मृतक के मामा चंडी निवासी रामावतार प्रसाद ने रुपये दिये, तब जाकर निगम के लोगों ने दाह-संस्कार किया। हालांकि, वार्ड पार्षद रुपये लेने के आरोप से साफ इनकार कर रहे हैं।
क्या है वायरल वीडियो में
वीडियो 13 मई का है। सत्रह नंबर मोड़ के पहले मुक्ति धाम के पास किसी युवक ने वीडियो बनाया है। वीडियो में दो कर्मी पीपीई किट पहनकर एक शव को ले जाते दिख रहे हैं। ठेला पर नगर निगम लिखा हुआ है। शव को लेकर दोनों कर्मी मुक्ति धाम में प्रवेश कर जाते हैं। अब सवाल यह है कि किसके आदेश पर मुक्ति धाम में संदिग्ध शव का अंतिम संस्कार किया गया। वार्ड पार्षद पप्पू यादव ने मामले की तह तक की तहकीकात करके दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।